‘यूरेनियम -214’ तत्व की खोज
‘यूरेनियम -214’ तत्व की खोज
- हाल ही में, चीनी वैज्ञानिकों ने एक नए प्रकार के यूरेनियम की खोज की है।
मुख्य बिंदु
- यह अब तक का सबसे हल्का यूरेनियम है। यह खोज वैज्ञानिकों को अल्फा कणों के बारे में अधिक जानने में मदद कर सकती है, जो क्षय होते हैं और कुछ रेडियोधर्मी तत्वों से अलग होते हैं।
- वैज्ञानिकों द्वारा खोजी गई ‘यूरेनियम -214’ नामक इस यूरेनियम में प्रोटॉन की तुलना में 30 न्यूट्रॉनअधिकहोते हैं।
- इस प्रकार यह अब तक ज्ञात सबसे हल्के यूरेनियमवैरिएंट / आइसोटोप की तुलना में एक कम न्यूट्रॉन है। चूंकि न्यूट्रॉन में द्रव्यमान होता है, इस प्रकारयूरेनियम -214, यूरेनियम -235 जैसे अन्य सभी यूरेनियम संस्करणों की तुलना मेंबहुत हल्का होता है।
यूरेनियम का उपयोग
- ज्ञात हो कि परमाणु रिएक्टरों में यूरेनियम -235 का उपयोग किया जाता है, और इसमें प्रोटॉन की तुलना में 51 अतिरिक्त न्यूट्रॉन होते हैं।
- यह नया आइसोटोप न केवल काफी हल्का है, बल्कि इसके क्षय के दौरान अद्वितीय व्यवहार भी प्रदर्शित करता है। इस प्रकार यह खोज वैज्ञानिकों को रेडियोधर्मी क्षय प्रक्रिया को समझने में मदद करेगी, जिसे अल्फा क्षय के रूप में जाना जाता है, जिसमें एक परमाणु नाभिक में दो प्रोटॉन और दो न्यूट्रॉन के एक समूह का क्षय हो जाता है।
- विदित हो कि, दो प्रोटॉन और दो न्यूट्रॉन को सामूहिक रूप से इसे एक अल्फा कण कहा जाता है|
स्रोत – द हिन्दू
[catlist]