यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल भारत के 6 सांस्कृतिक स्थल
हाल ही में भारत के 6 प्रमुख सांस्कृतिक विरासत स्थलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों (UNESCO World Heritage Sites) की संभावित सूची या अस्थायी सूची में सम्मिलित किया गया है। इसकी घोषणा भारत के संस्कृति मंत्रालय द्वारा की गई है।
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूचीमें शामिल होने वाले प्रमुख स्थल
- ऐतिहासिक शहर वाराणसी के गंगा घाट(Riverfront of the historic city of Varanasi)
- तमिलनाडु में कांचीपुरम के मंदिर(Temples of Kanchipuram in Tamilnadu)
- मध्य प्रदेश में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व(Satpura Tiger Reserve in Madhya Pradesh)
- महाराष्ट्र में मराठा सैन्य वास्तुकला(Maratha military architecture in Maharashtra)
- हीरे बेंकल मेगालिथिक साइट(Hire BenkalMagalighic site in Karnataka)
- मध्य प्रदेश में नर्मदा घाटी के भेड़ाघाट लमेताघाट(Bhedaghat-LamhetaGhat in Narmada valley in Madhya Pradesh)
पृष्ठभूमि:
- इन स्थानों को मिलाकर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में भारत की कुल संख्या 48 हो गई है। विदित हो कि भारत सरकार ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) के माध्यम से यूनेस्को को कुल नौ प्रविष्टियां भेजीं थीं। जिनमे से 6 ने ही संभावित सूची में प्रवेश किया है। ये प्रस्तावित स्थल एक वर्ष तक संभावित सूची में रहेंगे।
क्या होता है विश्व धरोहर स्थल?
- सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्त्व के स्थलों को हम विश्व धरोहर कहते हैं। ये स्थल ऐतिहासिक और पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण होते हैं। इनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरंक्षण के लिए विशेष प्रयास किये जाते हैं।
- ऐसा कोई भी स्थल जो मानव समाज के लिये आवश्यक है, जिसका कि सांस्कृतिक और भौतिक महत्त्व है, उसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल मान्यता दी जाती है।
कांचीपुरम के मंदिर (Temples of Kanchipuram)
- यह भारत के तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम ज़िले में स्थित एक नगर है, कांचीपुरम को कांची (Kanchi) भी कहा जाता है। कांची पलार नदी के किनारे स्थित है। कांची में बहुत प्राचीन मंदिर हैं यह हिन्दू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ है। यह हिन्दू धार्मिक शिक्षा का भी शताब्दियों से केन्द्र रहा है। यह अपनी रेशमी साडि़यों के लिए भी प्रसिद्ध है। कांचीपुरम तमिलनाडु की राजधानी, चेन्नई के बृहत-महानगर क्षेत्र में आता है।
वाराणसी के गंगा घाट (Riverfront of Varanasi)
- वाराणसी के घाट नदी के किनारे की सीढ़ियाँ हैं जो गंगा नदी के किनारे तक जाती हैं। इस प्रकार के 88 घाट हैं। इनमें से अधिकांश घाट 18वीं शताब्दी में बनाए गए थे जब यह शहर मराठों के शासन में था।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (SatpuraTiger Reserve )
- यह मध्य प्रदेश में स्थित है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अन्य प्रमुख आकर्षण पांडव गुफाएं, धूपगढ़ चोटी, डेनवा बैकवाटर और रॉक पेंटिंग हैं। डेनवा बैकवाटर डेनवा नदी पर बने बांध द्वारा निर्मित जलाशय है।
मराठा सैन्य वास्तुकला (Maratha military architecture )
- विभिन्न युगों के 500 से अधिक किले हैं जो महाराष्ट्र को दुनिया में सैन्य वास्तुकला में सबसे समृद्ध स्थानों में से एक बनाते हैं। वे 1500 और 1800 के बीच बनाए गए थे।
हीरे बेंकल मेगालिथिक साइट (Hire Benkal Magalighic site)
- यह कर्नाटक में स्थित है। मेगालिथिक साइट एक बड़ा प्रागैतिहासिक पत्थर है जिसका उपयोग किसी स्मारक या संरचना के निर्माण के लिए किया जाता है।
नर्मदा घाटी के भेड़ाघाट लमेताघाट (Bhedaghat-LamhetaGhat in Narmada valley )
- इन्हें भारत का ग्रांड कैन्यन (Grand Canyon of India) भी कहा जाता है। नर्मदा नदी के दूसरी ओर संगमरमर की चट्टानों की उत्कृष्ट सुंदरता और उनके शानदार रूपों का अनुभव किया जा सकता है। यहां कई डायनासोर जीवाश्म पाए गए हैं।यहां नर्मदा नदी तीस मीटर गहरी खाई में बहती है और संगमरमर की चट्टानों के बीच बहती है। ये संगमरमर की चट्टानें चूना पत्थर के रूपांतर तंत्र द्वारा बनाई गई हैं।
यूनेस्को(UNESCO)
- यूनेस्को (UNESCO) का फुल फॉर्म ‘संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization)’ है। यह संयुक्त राष्ट्र का ही एक भाग है।
- इसका मुख्यालय पेरिस (फ्राँस) में है। इसका गठन 16 नवंबर, 1945 को हुआ था। यूनेस्को का मुख्य कार्य शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति और संचार के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देना है।
- इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा एवं संस्कृति के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से शांति एवं सुरक्षा की स्थापना करना है, जिससे संयुक्त राष्ट्र के अधिपत्र में लिखित न्याय, कानून का राज, मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतंत्रता हेतु वैश्विक सहमति बन पाए।
स्रोत – पी आइ बी