म्यांमार के रास्ते चीन का नया सी-रोड-रेल लिंक
हाल ही में चीन ने म्यांमार के माध्यम से हिंद महासागर के लिए प्रथम सड़क रेल परिवहन लिंक आरंभ किया । इस परिवहन गलियारे में एक समुद्री-सड़क-रेल संपर्क शामिल है। इस मार्ग से, चीन अब म्यांमार के माध्यम से सिंगापुर से संयोजित हो गया है।
यह दक्षिणी-पश्चिमी चीन को हिंद महासागर से जोड़ने का सरलतम मार्ग है।
भारत के समक्ष चिंतनीय मुद्दे
- बंगाल की खाड़ी तक चीन की प्रत्यक्ष पहुंच भारत के लिए एक बड़ा खतरा अडमान और निकोबार द्वीप समूह भी उसी मार्ग पर है, जिस मार्ग से चीन दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के साथ व्यापार करने का अभिलाषी है।
- हिंद महासागर का समुद्री मार्ग (Sea Lines of Communication) विभिन्न एशियाई देशों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह एक ऊर्जा और व्यापार गलियारा दोनों है।
- इसके अतिरिक्त, चीन के मौजूदा कदम को भारत को घेरने की चीन की ‘स्ट्रिग ऑफ पर्ल्स’ (String of Pearl) नीति के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।
- चीनी पोत व्यापक पैमाने पर बंगाल की खाड़ी से गुजर सकते हैं। इससे वे आसानी से भारतीय द्वीपों की निगरानी कर सकते हैं।
- इससे उत्तर-पूर्वी भारत में उग्रवाद भी बढ़ सकता है।
- संबंधित घटना-क्रम में, जापान ने चीन को प्रतिसंतुलित करने हेतु अपने सैन्य बजट में नए सिरे से बढ़ोतरी के प्रयास किए हैं। विगत वर्ष से, जापान ने चीन को अपने प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे के रूप में चिन्हित किया है।
स्रोत – द हिन्दू