मैग्नेटर्स से उत्सर्जित क्षणिक उच्च ऊर्जा स्पंदन
- मैग्नेटर्स से उत्सर्जित क्षणिक उच्च ऊर्जा स्पंदन को समझने के लिए वैज्ञानिकों को प्रथम साक्ष्य प्राप्त हुआ है।
- मैग्नेटर (Magnetar) एक प्रकार का न्यूट्रॉन तारा है। आम तौर पर एक न्यूट्रॉन तारे में, चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से खरबों गुना अधिक होता प्रभावी होता है। हालांकि, एक मैग्नेटर में चुंबकीय क्षेत्र 1000 गुना तक अधिक मजबूत हो सकता है।
- न्यूट्रॉन तारे तब बनते हैं, जब एक विशाल तारे (1 और 3 सौर द्रव्यमान के बीच एक कोर से युक्त तारे) का ईंधन समाप्त हो जाता है और वह धीरे-धीरे विलोपित होने लगता है।
- ध्यातव्य है कि इस प्रक्रिया में प्रत्येक प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन बंध बनाकर एक न्यूट्रॉन का निर्माण करते हैं।
- उच्च द्रव्यमान वाले तारे अनवरत रूप से तारकीय-द्रव्यमान वाले ब्लैक होल में विलीन होते रहते हैं।
- मैग्नेटर्स प्रचंड विस्फोटोंको सहन करते हैं। इन विस्फोटों की अप्रत्याशित प्रकृति और एक सेकंड के मात्र दसवें हिस्से की अल्प अवधि के लिए सक्रिय रहने के कारण इनके बारे में बहुत कम जानकारी है।
- हाल ही में, वैज्ञानिकों ने इन विस्फोटों को समझने के लिए पहला प्रमाण खोजा है।
- यह माना जाता है कि मैग्नेटर्स में विस्फोट, उनके चुम्बकमंडल में अस्थिरता या उनके क्रस्ट (पर्पटी) में उत्पन्न एक प्रकार के भूकंप (स्टारक्वेक) के कारण हो सकता है।
- ये स्टार क्वेक मैग्नेटर्स के चुम्बकमंडल में तरंगों (आल्फवेन तरंगें कहलाती हैं) का निर्माण करते हैं।
- ये तरंगे एक-दूसरे से अन्तर्किया करते समय ऊर्जा का प्रसार करती हैं।
स्रोत – द हिन्दू
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