मेघा राजगोपालन
हाल ही में भारतीय मूल की पत्रकार मेघा राजगोपालन को चीन के सामूहिक डिटेंशन शिविरों में खोजी पत्रिकारिता के चलते अमेरिका का शीर्ष पत्रकारिता पुरस्कार ‘पुलित्जर पुरस्कार’ प्रदान किया गया है।
मेघाराजगोपालन ने उपग्रह प्रौद्योगिकी का उपयोग चीन में ‘उइघुर मुसलमानों’ और अन्य अल्पसंख्यक जातियों सामूहिक डिटेंशन शिविरों की सच्चाई को उजागर किया था। इसी कार्य के लिए उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।
इस अध्ययन में मेघाराजगोपालन और उनके सहयोगियों ने चीन के कुल 260 डिटेंशन शिविरों का खुलासा किया है।
पुलित्ज़र पुरस्कार
- पुलित्ज़र पुरस्कार को पत्रकारिता के क्षेत्र में अमेरिका का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार सम्मान माना जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1917 में की गई थी, जिसे कोलंबियाविश्वविद्यालय और ‘पुलित्ज़र पुरस्कार बोर्ड’ द्वारा प्रशासित किया किया गया था।
- ‘पुलित्ज़र पुरस्कार बोर्ड’ का निर्माण कोलंबियाविश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त न्यायाधीशों के माध्यम से किया जाता है। इस पुरस्कार को एक प्रसिद्ध समाचार पत्र प्रकाशक ‘जोसेफपुलित्ज़र’ के सम्मान प्रदान किया जाता है।
- जोसेफपुलित्ज़र ने कोलंबियाविश्वविद्यालय में पत्रकारिता स्कूल शुरू करने तथा पुरस्कार की शुरुआत करने के लिये अपनी वसीयत से पैसा दिया था।
- इस पुरस्कार के विजेता को एक प्रमाण पत्र सहित 15,000 डॉलर की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती हैएवं ‘सार्वजनिक सेवा श्रेणी’ में पुरस्कार विजेता को स्वर्ण पदक भी दिया जाता है।
स्रोत – द हिन्दू