मेकेदतु बाँध परियोजना
हाल ही में, कर्नाटक के मेकेदतु में कावेरी नदी पर एक बाँध के निर्माण में पर्यावरणीय मानदंडों के उल्लंघन पर ‘राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण’ (National Green Tribunal – NGT) ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु एक समिति गठित की है।
मुख्य बिंदु
- विदित हो कि ‘NGT’ ने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर स्वत: ही संज्ञान लेने के बाद यह निर्देश दिया है। ‘कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण’ के समक्ष कर्नाटक ने कावेरी नदी पर एक बाँध निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, जबकि यह प्रस्ताव पूर्व में 2 बार ‘कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण’के द्वारा स्थगित कर दिया गया था।
- ‘कावेरी’ और उसकी सहायक ‘अर्कावती’ नदी के संगम पर स्थित ‘मेकेदतु’ एक गहरी घाटी है। इस परियोजना में कर्नाटक सरकार द्वारा मेकेदतु के निकट कावेरी नदी पर एक बाँध का निर्माण किये जाने का प्रस्ताव है।
- इस परियोजना का उद्देश्य बंगलूरू शहर के लिये पीने के पानी की आपूर्ति करना, तथा एक जल विद्युत स्टेशन के लिये पानी का प्रयोग करना है। इस परियोजना की कुल लागत तकरीबन 9,000 करोड़ रुपए होगी।
- ज्ञातव्य हो कि, मेकेदतु बाँध कावेरी वन्यजीव अभयारण्य के बीच में स्थित है। पर्यावरण विशेषज्ञों और आलोचकों का मत है कि, इस परियोजना के कारण कावेरी वन्यजीव अभयारण्य का 63 प्रतिशत वन क्षेत्र जलमग्न हो जाएगा, जिससे जैवविविधता को भारी क्षति पहुंचेगी।
- इसके अलावा इस परियोजना के लिए तमिलनाडु राज्य ने भी आपत्ति ज़ाहिर की है, क्योंकि इससे तमिलनाडु में कावेरी नदी का प्रवाह प्रभावित होगा।
स्रोत – द हिन्दू