रुपया मूल्यवर्ग के बॉन्ड या मसाला बॉन्ड
हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सिफारिश की है कि, सरकार को विदेशी बाजारों में रुपये मूल्यवर्ग के बॉन्ड बेचने के लिए न्यू डेवलपमेंट बैंक से संपर्क स्थापित करना चाहिए।
यह कदम सरकार के रिकॉर्ड उधार कार्यक्रम के बीच सरकार को विदेशी बचत का उपयोग करने में मदद करेगा।
साथ ही, इस बैंक के AAA रेटेड होने के कारण इससे सस्ती दर पर धन जुटाने में भी मदद मिलेगी।
मसाला बॉन्ड एक ऐसा शब्द है, जिसका उपयोग एक वित्तीय साधन के रूप में किया जाता है। इसके माध्यम से भारतीय संस्थाएं विदेशी बाजारों से रुपये मूल्यवर्ग में धन जुटा सकती हैं।
यह बॉन्ड जारीकर्ताओं को मुद्रा जोखिम से बचाने और इसकी बजाय इन बॉन्ड्स को खरीदने वाले निवेशकों को जोखिम हस्तांतरित करने का एक प्रयास है।
RBI ने वर्ष 2015 में, भारतीय संस्थाओं को विदेशों में रुपये मूल्य वर्ग वाले बॉन्ड जारी करने की अनुमति प्रदान की थी।
मसाला बॉण्ड
- मसाला बॉण्ड भारत के बाहर जारी किये जाने वाले बॉण्ड होते हैं, लेकिन स्थानीय मुद्रा की बजाय इन्हें भारतीय मुद्रा में निर्दिष्ट किया जाता है।
- डॉलर बॉण्ड के विपरीत (जहाँ उधारकर्त्ता को मुद्रा जोखिम लेना पड़ता है) मसाला बॉण्ड में निवेशकों को जोखिम उठाना पड़ता है।
- नवंबर 2014 में विश्व बैंक के इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन द्वारा पहला मसाला बॉण्ड जारी किया गया था।
स्रोत –द हिन्दू