भौतिकी का नोबेल पुरस्कार घोषित
हाल ही में वर्ष 2021 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार घोषित किया गया है ।
इस वर्ष का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार, जटिल भौतिक प्रणालियों को समझने में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए प्रदान किया जाएगा।
- जटिल प्रणालियों में अनियमितता और क्रम भंग संबंधी विशेषताएं पाई जाती हैं तथा इन्हें समझना जटिल होता है।
- इस वर्ष का पुरस्कार उन जटिल भौतिक प्रणालियों का वर्णन करने और उनके दीर्घकालिक व्यवहार का पूर्वानुमान ज्ञात करने के लिए नई विधियों को मान्यता प्रदान करता है।
- ये विधियां भौतिकी के साथ-साथ गणित, जीव विज्ञान, तंत्रिका विज्ञान व मशीन लर्निंग में भी अनियमित विशेषताओं को समझने में योगदान करती हैं।
- पुरस्कार का आधा हिस्सा स्यूकुरो मनाबे और क्लॉसहेसल मैन को प्रदान किया जाएगा। उन्हें पृथ्वी की जलवायु के भौतिक प्रतिरूपण, परिवर्तनशीलता की मात्रा निर्धारित करने और भू-मंडलीय तापन का विश्वसनीय पूर्वानुमान ज्ञात करने में उनके कार्य के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
- 1960 के दशक में आरंभ करते हुए, श्री मनाबे (Tsukuro Manabe) ने यह दर्शाया कि किस प्रकार वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से वैश्विक तापमान में वृद्धि होगी।
- इस अवधारणा से ही वर्तमान जलवायु प्रतिमानों की नींव रखी गई है।
- श्री हेसलमैन (Klaus Hasselmann) ने एक ऐसा मॉडल निर्मित किया है, जो मौसम और वातावरण को परस्पर संबद्ध करता है। इस मॉडल द्वारा यह समझाने में सहायता की जाती है किमौसम की अव्यवस्थित प्रतीत होती प्रकृति के बावजूद वातावरण मॉडल विश्वसनीय क्यों हो सकते हैं।
- पुरस्कार का शेष आधा भाग जॉर्जियो पेरिसी (Giorgio Parisi) को प्रदान किया जाएगा। उनका चयन परमाणु से लेकर ग्रहीय पैमाने तक भौतिक प्रणालियों में व्याप्त अव्यवस्था और अस्थिरता की परस्पर अंतःक्रिया की खोज के लिए किया गया है।
- उन्होंने गणित, जीव विज्ञान, तंत्रिका विज्ञान और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में भी जटिल प्रणालियों को समझने के लिए एक मॉडल का निर्माण किया है।
स्रोत – द हिन्दू