भूटान में दंतक परियोजना ने 60 साल पूरे किए
हाल ही में भूटान अपनी ‘दंतक परियोजना’ की डायमंड जुबली मना रहा है। इस उपलक्ष्य पर भूटान में भारतीय राजदूत श्रीमती रुचिरा कंबोज ने 24 अप्रैल, 2021 को भूटान केसिम्टोखा में दंतक स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित की।
दंतक परियोजना
- दंतक परियोजना को भारत के सीमा सड़क संगठन द्वारा भूटान में सड़कों के अवसंरचना विकास हेतु चलाया जा रहा है| इसकेअंतर्गत भूटान में लगभग 1800 किमी. लंबी सड़कों का निर्माण किया गया है।
- विदित हो कि 24 अप्रैल, 1961 को भूटान के तीसरे राजा और तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व के परिणामस्वरूप प्रोजेक्ट दंतक की स्थापना की गई थी।
- भारत के सहयोग से भूटान में चलाई जाने वाली इस परियोजना ने भूटान के ऊर्जा, अवसंरचना और सुरक्षा की दशा और दिशा ही बदल दी है।
- वर्ष 1961 में भारत के सीमा सड़क संगठन द्वारा शुरू किया गया ‘प्रोजेक्ट दंतक’ किसी विदेशी धरती पर राष्ट्र निर्माण के लिये शुरू किया गया सबसे बड़ा प्रोजेक्ट माना जाता है|
- इसी परियोजना के तहत पारो हवाई अड्डे, योनफुला एयरफील्ड, थिम्फू-त्रासीगंग राजमार्ग, दूरसंचार और हाइड्रो पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर, शेरुबसे कॉलेज, कांग्लुंग और इंडिया हाउस एस्टेट का निर्माणभी भूटान में संभव हो पाया है।
स्रोत – पी आइ बी