भारत में नवीकरणीय का एकीकरण 2021 रिपोर्ट
भारत में नवीकरणीय का एकीकरण 2021 रिपोर्ट
हाल ही में नीति आयोग और अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (International Energy Agency-IEA) ने ‘भारत में नवीकरणीय का एकीकरण 2021’ रिपोर्ट का विमोचन किया है।
रिपोर्ट के मुख्य तथ्य
- रिपोर्ट में कहा गया है कि , भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोग वाला देश है।
- प्रति व्यक्ति विद्युत् खपत अभी भी विश्व औसत का लगभग एक तिहाई है। इसके अतिरिक्त, इसमें LED प्रकाश व्यवस्था, कुशल शीतलन और भवन मानकों सहित सुदृढ़ ऊर्जा दक्षता मानकों को अपनाने की सरकार की प्रतिबद्धता के बावजूद वृद्धि होने की संभावना है।
- भारत की अधिकांश नवीकरणीय क्षमता वृद्धि सौर और पवन ऊर्जा के रूप में है। भारत के राज्यों में नवीकरणीय ऊर्जा के संबंध में अत्यधिक परिवर्तनीयता विद्यमान है।
- भारत की विद्युत प्रणाली नवीकरणीय ऊर्जा (वर्ष 2022 तक 175 गीगावाट और वर्ष 2030 तक 450 गीगावाट) को कुशलतापूर्वक एकीकृत कर सकती है। परन्तु इसके लिए संसाधनों की पहचान व उचित योजना निर्माण, विनियामक, नीतिगत और संस्थागत समर्थन, ऊर्जा भंडारण एवं अग्रिम प्रौद्योगिकीसंबंधी पहलों की आवश्यकता होगी।
नीति आयोग की प्रमुख अनुशंसाएं
- अंतर्राज्यीय व्यापार के बीच तकनीकी और आर्थिक बाधाओं का निवारण करना चाहिए।
- बैटरी स्टोरेज और पंप-स्टोरेज हाइड्रो के विशिष्ट संदर्भ में ऊर्जा भंडारण के लिए एक विनियामकतथा पारिश्रमिक ढांचा विकसित करना चाहिए, ताकि उनका पूर्ण मूल्य अर्जित किया जा सके।
- उपयोग का समय (TOU) प्रशुल्क, मांग पक्ष प्रबंधन और नम्य खपत को प्रोत्साहित करने के लिएएक प्रभावी उपकरण होगा।
- रूफटॉप सोलर सिस्टम की निगरानी और प्रबंधन की आवश्यकता है।
स्रोत –द हिन्दू
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