भारत में तंबाकू की खेती
हाल ही में आंध्र प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (A.P. MARKFED) ने संयुक्त राज्य अमेरिका को 120 टन तंबाकू का निर्यात किया है।
यह पहला ऐसा अवसर है जब आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा अमेरिका को तंबाकू निर्यात किया गया है।
राज्य में किसान निम्न गुणवत्ता वाली किस्मों के लिए खरीदारों की कमी का सामना कर रहे हैं। इस कारण किसानों की यह समस्या दूर करने के लिए निर्यात का सहारा लिया गया है।
भारत में तंबाकू की खेती–
- देश में लगभग 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में तंबाकू की खेती होती है। विश्व स्तर पर, यह कुल तंबाकू उत्पादन का 9% है।
- भारत विश्व में चीन के बाद तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
- भारत विश्व में ब्राजील के बाद दूसरा सबसे बड़ा तंबाकू निर्यातक देश भी है।
तंबाकू की खेती के लिए जलवायु स्थितियां:
- मूल रूप से तंबाकू एक अर्ध-उष्णकटिबंधीय फसल है। लेकिन, इसे उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में भी सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है।
- इसकी फसल की वृद्धि के लिए 100 से 120 दिनों तक पाला रहित जलवायु और 80°F के औसत तापमान की आवश्यकता होती है।
- अच्छी तरह से वितरित 88 से 125 मिलीमीटर प्रति माह वर्षा की जरूरत होती है। फसल वृद्धि के दौरान तंबाकू तेज हवा और तूफान सहन नहीं कर सकता।
- इसकी खेती के लिए हल्की से मध्यम दोमट मिट्टी की जरुरत होती है। इस मिट्टी में ह्यूमस की मात्रा कम तथा पोटाश, फॉस्फोरिक एसिड और आयरन अधिक मात्रा में होते हैं।
तंबाकू उत्पादक प्रमुख राज्य हैं: गुजरात, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक आदि।
इसका शासी निकाय तम्बाकू बोर्ड है। बोर्ड का मुख्यालय आंध्र प्रदेश में है। यह बोर्ड तम्बाकू उत्पादकों, व्यापारियों और निर्यातकों के लिए सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करता है। यह बोर्ड वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन है।
स्रोत –द हिन्दू