भारत– थाईलैंड संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के पर थाईलैंड द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन
हाल ही में भारत के साथ राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में थाईलैंड ने कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
दोनों पक्षों के बीच बहुआयामी सहयोग को दर्शाने के लिए इस पूरे वर्ष कई कार्यक्रमों और गतिविधियों की योजना बनाई गई है।
वर्ष 1947 से, भारत और थाईलैंड के बीच जीवंत द्विपक्षीय संबंध रहे हैं। हाल के वर्षों में, भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति को थाईलैंड की ‘एक्ट वेस्ट’ नीति से समर्थन मिला है। इससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं।
भारत–थाईलैंड संबंध
- आर्थिकः वर्ष 2021-22 में द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया है।
- रक्षा सहयोगः रक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन (2012) पर हस्ताक्षर किये गए हैं।इंडो-थाई कार्पेट और मैत्री सैन्य अभ्यास का आयोजन किया जाता है।
- भारत वर्ष 2015 से कोबरा गोल्ड सैन्य अभ्यास में भाग ले रहा है। यह एशिया प्रशांत क्षेत्र का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास है।
- द्विपक्षीय संस्थागत तंत्रः संयुक्त आयोग की बैठक, विदेश कार्यालय परामर्श, संयुक्त कार्य बल आदि ।
दोनों देशों के मध्य कनेक्टिविटी संबंधी प्रमुख पहलें हैं:
- भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग,
- एशियाई राजमार्ग नेटवर्क (UNESCAP के तहत),
- बिम्सटेक (BIMSTEC) ढांचे के तहत बिम्सटेक ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लॉजिस्टिक्स स्टडी (BTILS)।
- सांस्कृतिकः बौद्ध धर्म एक साझा सूत्र है,जो दोनों देशों को जोड़ता है। लाखों थाई बौद्ध लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ और कुशीनगर की यात्रा करते हैं।
- क्षेत्रीय सहयोगः दोनों देश आसियान, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, बिम्सटेक, मेकांग गंगा सहयोग (MGC), इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) आदि में घनिष्ठ सहयोग करते हैं।
- भारतीय आबादीः थाईलैंड में भारतीय मूल के लगभग 250,000 लोग रहते हैं।
स्रोत –द हिन्दू