भारत-जापान विदेश मंत्रियों की 15वीं रणनीतिक वार्ता
हाल ही में भारत-जापान विदेश मंत्रियों की 15वीं रणनीतिक वार्ता आयोजित की गई है
वार्ता में जापान ने 2022-27 की अवधि में भारत में 5 ट्रिलियन जापानी येन निवेश करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
निवेश के संभावित क्षेत्रक हैं: महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियां, लचीली आपूर्ति श्रृंखलाएं आदि ।
वर्ष 2023 को भारत-जापान पर्यटन आदान-प्रदान वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसकी थीम है: ‘कनेक्टिंग हिमालय टू माउंट फूजी ।
एक स्वतंत्र,खुला और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो समावेशी और नियम-आधारित होगा ।
भारत-जापान संबंध
आर्थिक संबंध : वर्ष 2011 में भारत-जापान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA) लागू हुआ था। इसमें वस्तुओं, सेवाओं आदि में व्यापार शामिल है।
वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 20.57 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा था।
रक्षा संबंध : भारत और जापान की रक्षा सेनाएं निम्नलिखित द्विपक्षीय अभ्यास आयोजित करती रहती हैं-
- जिमेक्स / JIMEX (नौसैनिक अभ्यास)
- मालाबार अभ्यास (नौसैनिक अभ्यास)
- वीर गार्जियन और शिन्यू ‘मैत्री’ (वायु सेना अभ्यास)
- धर्म गार्जियन ( थल सेना अभ्यास )
बहुपक्षीय मंच सहयोग: दोनों देश क्वाड, G–20, G-4 और इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER) आदि जैसे संगठनों के सदस्य हैं।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग: इसरो और जाक्सा (JAXA ) एक्स-रे एस्ट्रोनॉमी, उपग्रह नेविगेशन, चंद्र अन्वेषण तथा एशिया प्रशांत क्षेत्रीय अंतरिक्ष एजेंसी फोरम (APRSAF) में सक्रिय सहयोगी हैं।
स्रोत – पी.आई.बी.