स्थायी संसदीय समिति द्वारा‘भारत की सॉफ्ट पावर और सांस्कृतिक कूटनीति’ पर रिपोर्ट जारी
हाल ही में विदेशी मामलों की स्थायी ‘संसदीय समिति’ ने‘भारत की सॉफ्ट पावर और सांस्कृतिक कूटनीति’ को लेकर सरकार द्वारा किये गए कार्यों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है ।
‘सॉफ्ट पॉवर’ किसी देश की वह क्षमता होती है जिससे वह बिना बलप्रयोग या दबाव के दूसरे देशों को अपनी इच्छानुसार कार्य पूर्ति के लिये मना सकता है।
किसी देश का सॉफ्ट पॉवर उसकी आकर्षणशीलता में निहित होता है और यह आकर्षणशीलता तीन स्रोतों से उत्पन्न होती है: इसकी संस्कृति, इसके राजनीतिक मूल्य और इसकी विदेश नीतियाँ।
भारत अपनी सॉफ्ट पावर नीति के अंतर्गत निम्नलिखित संसाधनों को माध्यम बनाता है। इन संसाधनों में शामिल हैं- भारतीय कला एवं साहित्य, भारतीय व्यंजन, योग व पारंपरिक चिकित्सा, भारतीय सिनेमा व खेल, भारत का लोकतंत्र और इसका संविधान आदि ।
चुनौतियां
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) को दिए गए कार्यों में अस्पष्टता है। परिषद् एवं संबंधित संस्थाओं को समय पर पर्याप्त बजट आवंटित नहीं हो पाता है ।
कई संस्थानों के बीच समन्वय का अभाव है और इनकी भूमिकाएं भी परस्पर टकराती हैं।
‘सॉफ्ट पॉवर’के क्षेत्र में कार्य करने हेतु कुशल एवं समर्पित कार्यबल का अभाव है ।
समिति की सिफारिशें
ICCR को उचित बजट आवंटन करना चाहिए। विदेश मंत्रालय व ICCR और अन्य संबंधित मंत्रालयों के बीच एक समन्वय तंत्र स्थापित करना चाहिए ।
रिपोर्ट में सरकार से भारत की सॉफ्ट पावर के उपयोगों पर एक नीतिगत दस्तावेज तैयार करने के लिए कहा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार सॉफ्ट पावर उपयोग की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद सर्वोत्तम प्रथाओं का औपचारिक अध्ययन प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए ।
अवसंरचना एवं कुशल विशेषज्ञता के माध्यम से धार्मिक और चिकित्सा पर्यटन के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए ।
एक अध्ययन समूह का गठन करना चाहिए, जो ICCR की कार्यप्रणाली का ब्रिटिश काउंसिल, अमेरिकन सेंटर आदि जैसे विदेशी समकक्षों की तुलना में मूल्यांकन कर सके ।
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR)
ICCR की स्थापना वर्ष 1950 में विदेशों में भारतीय संस्कृति और इसके मूल्यों को बढ़ावा देने तथा भारत एवं अन्य देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।
‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद’ विदेश मंत्रालय के तहत भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है।
ICCR के कार्य
ICCR भारत और विदेशों में सांस्कृतिक उत्सवों, प्रदर्शनों, प्रदर्शनियों और व्याख्यानों का आयोजन कराता है ।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, सांस्कृतिक संस्थानों तथा विदेशी सरकारों के साथ सहयोग के एक माध्यम के रूप में कार्य करता है ।
स्रोत – द प्रिंट