भारत और मालदीव के बीच ‘टिकाऊ शहरी विकास के क्षेत्र में सहयोग के लिए’ एक समझौता ज्ञापन को मंजूरी
भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और मालदीव के बीच ‘टिकाऊ शहरी विकास के क्षेत्र में सहयोग के लिए’ एक समझौता ज्ञापन को मंजूरी प्रदान की है।
यह समझौते को भारत सरकार के ‘आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय’ तथा मालदीव सरकार के ‘राष्ट्रीय योजना, आवास और अवसंरचना मंत्रालय’ के मध्य एक टिकाऊ शहरी विकास के क्षेत्र में सहयोग के लिए हुआ है ।
समझौते के अनुसार सहयोग के लिए कार्यक्रमों की कार्यनीति बनाने तथा उन्हें कार्यान्वित करने के लिए एक संयुक्त कार्यसमूह (जेडब्ल्यूजी) का गठन किया जाएगा।
लाभ
- इस समझौते से दोनों देशो को ‘टिकाऊ शहरी विकास के क्षेत्र में मजबूत, गहरे तथा दीर्घकालिक द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा ।
- इस एमओयू से शहरी नियोजन, स्मार्ट सिटी विकास, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, किफायती आवासन, शहरी हरित गतिशीलता, शहरी मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सहित टिकाऊ शहरी विकास के क्षेत्र में रोजगार भी सृजित होगा ।
भारत- मालदीव संबंध
- भारत और मालदीव के बीच ऐतिहासिक काल से जातीय, भाषाई, सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। वर्तमान में भारतने अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ (Neighborhood first policy) और ‘क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास’ (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रिजन ) आदि नीतियों में मालदीव को प्रमुख स्थान प्रदान किया है
- ज्ञातव्य हो कि कुछ दिनों पूर्व भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मालदीव के ‘अड्डू’ नामक शहर में भारत के एक नए वाणिज्य दूतावास को खोलने की मंजूरी प्रदान की है।
- अड्डू शहर में नया वाणिज्य दूतावास खोलने से मालदीव में भारत की राजनयिक उपस्थिति और बढ़ेगी और इससे वर्तमान संबंधों और आकांक्षाओं को सुदृढ़ बनाया जा सकेगा।
- उल्लेखनीय है कि इस समय भारत और मालदीव के द्विपक्षीय संबंध अप्रत्याशित रूप से नए आयाम और ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं।
नेबरहुड फर्स्ट नीति (Neighborhood first policy)
- ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ (Neighborhood first policy) के तहत भारत अपने पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देता है।
- इस नीति के अंतर्गत भारत भारत पड़ोसी देशों के ‘सीमा क्षेत्रों के विकास, क्षेत्र की बेहतर कनेक्टिविटी एवं सांस्कृतिक विकास तथा लोगों के आपसी संपर्क’ को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
- हाल ही में कोविड महामारी के दौरान भारत द्वारा पड़ोसियों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करने से ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ को और अधिक बल मिला है। विदित हो कि भारत ने अपनी कोविड -19 वैक्सीन कूटनीति के तहत भूटान और मालदीव को वैक्सीन की प्रथम खेप भेजी थी।
मालदीव
मालदीव, हिन्द महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है, इसकी राजधानी माले है। यहाँ बहुत से प्रवाल द्वीप पाये जाते हैं, इसलिए यह देश पर्यावरण की दृष्टि से प्रति संवेदनशील है। मालदीव, जनसंख्या और क्षेत्र दोनों ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है।
स्रोत: पीआईबी