भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन
हाल ही में पहला भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ है।
- भारत और ऑस्ट्रेलिया ने एक व्यापक व्यापार समझौते और प्रवासन समझौते को अंतिम रूप दिया। साथ ही, रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की ।
- दोनों देशों ने खेल और ऑडियो-विजुअल सह-उत्पादन में सहयोग पर समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए। साथ ही, सोलर कार्यबल के विचारार्थ विषयों (terms of reference) का आदान-प्रदान भी किया।
भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध
- वर्ष 1941 में सिडनी में भारत व्यापार कार्यालय की स्थापना की गई थी। इसी के साथ दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे ।
- दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को 2009 में रणनीतिक साझेदारी और 2020 में व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूप में अपग्रेड किया था ।
- आर्थिक सहयोग : दिसंबर 2022 से भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग व्यापार समझौता (ECTA) लागू हुआ है।
- इस समझौते के परिणामस्वरूप, ऑस्ट्रेलिया को किए जाने वाले लगभग 4 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर कोई शुल्क नहीं लगेगा
- वर्ष 2021 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य का था । ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत का व्यापार घाटा है।
- रक्षा सहयोग: 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद, परस्पर लॉजिस्टिक समर्थन समझौता (MLSA), मालाबार और AUSINDEX जैसे संयुक्त सैन्य अभ्यास रक्षा क्षेत्र में सहयोग के प्रमुख उदाहरण हैं ।
- स्वच्छ ऊर्जा: वर्ष 2022 में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे;
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के तहत असैन्य परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं आदि ।
- लोगों के बीच संबंध: भारत, ऑस्ट्रेलिया के लिए कुशल आप्रवासियों के शीर्ष स्रोतों में से एक है। हाल ही में, दोनों देशों ने ‘शैक्षिक योग्यता पारस्परिक मान्यता तंत्र’ (MREQ) पर हस्ताक्षर किए हैं।
स्रोत – द हिन्दू