भारत – इटली संबंध
हाल ही में भारत और इटली अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
भारत और इटली अपने द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। दोनों देशों ने परस्पर बढ़ते राजनीतिक, आर्थिक और सामरिक हितों के बीच अपने संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।
इससे पहले, भारत और इटली ने बेहतर साझेदारी के लिए 2020-24 कार्य योजना को अपनाया था। साथ ही, ऊर्जा संक्रमण के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी की शुरुआत की थी।
द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य परिणाम
- दोनों राष्ट्र भारत में सह – विकास और सह-उत्पादन के माध्यम से रक्षा सहयोग को मजबूत करनेपर सहमत हुए हैं।
- साथ ही, सशस्त्र बलों के बीच नियमित अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालित करने पर भी सहमति बनी है।
- भारत और इटली के बीच स्टार्ट-अप ब्रिज की स्थापना की घोषणा की गई है।
- प्रवास और आवागमन पर आशय संबंधी घोषणा (DOI) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
- इसका उद्देश्य प्रवास और आवागमन भागीदारी को स्थापित करके लोगों के मध्य संबंधों को मजबूत करना है ।
- इटलीहिन्द-प्रशांत महासागर पहल (IPOI) के स्तंभ- ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शैक्षणिक सहयोग’ में शामिल हो गया है।
- IPOI को भारत ने 2019 में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया था । यह समुद्री क्षेत्र के प्रबंधन, संरक्षण, सततता और सुरक्षा के लिए एक खुली वैश्विक पहलहै ।
- IPOI की स्थापना भारत के क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (SAGAR) पहल को आगे बढ़ाते हुए की गई है। IPOI के 7 स्तंभ हैं।
भारत की ‘हिन्द-प्रशांत महासागर पहल’ (IPOI) के 7 स्तंभ
- समुद्री संसाधन
- समुद्री सुरक्षा
- समुद्री पारिस्थितिकी
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शैक्षणिक सहयोग
- क्षमता निर्माण और संसाधन साझाकरण
- व्यापार, कनेक्टिविटी और समुद्री परिवहन
स्रोत – पी.आई.बी.