हाल ही में भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद (IADD) आयोजित किया गया है ।
IADD संवाद की थीम थीः “अडॉप्टिंग स्ट्रेटेजी फॉर सिनरजाइजिंग एंड स्ट्रेंथनिंग डिफेंस एंड सिक्योरिटी कोऑपरेशन।
संवाद के दौरान ‘गांधीनगर घोषणा-पत्र’ को अपनाया गया।
इस घोषणा–पत्र में निम्नलिखित प्रस्ताव किए गए हैं:
- पारस्परिक हित के सभी क्षेत्रों में प्रशिक्षण में सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। ऐसा प्रशिक्षण स्लॉट्स में वृद्धि और प्रशिक्षण दलों की तैनाती करके किया जाएगा। अफ्रीका के रक्षा बलों का सशक्तीकरण और क्षमता निर्माण किया जाएगा।
- सैन्य अभ्यासों में भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
- प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
भारत–अफ्रीका रक्षा संबंध
भारत–अफ्रीका रक्षा संबंधों की नींव निम्नलिखित दो मार्गदर्शक सिद्धांतों पर आधारित है:
- सागर (SAGAR)– क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास।
- वसुधैव कुटुम्बकम- सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है।
भारत और अफ्रीका ने इथियोपिया एवं नाइजीरिया में सैन्य अकादमियों की स्थापना की है।
इसके अलावा, दोनों देशों ने सैन्य कार्मिकों के प्रशिक्षण और संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में भागीदारी द्वारा अपने संबंध मजबूत किए हैं।
वर्तमान में गैर-पारंपरिक सुरक्षा क्षेत्रों की ओर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इनमें आतंकवाद, समुद्री डकैती और जलवायु परिवर्तन शामिल हैं। ये क्षेत्र दोनों पक्षों की साझा चिंताएं हैं।
भारत-अफ्रीका रक्षा मंत्रियों का पहला सम्मेलन वर्ष 2020 में आयोजित किया गया था। बाद में, क्रमिक डिफेंस एक्सपो के आयोजनों के माध्यम से IADD को संस्थागत रूप दिया गया। अब IADD प्रत्येक दो वर्षों में एक बार आयोजित किया जाएगा।
स्रोत – द हिन्दू