भारतीय रिज़र्व बैंक छोटे वित्त बैंकों के लिए पहले SLTRO का संचालन करेगा
भारतीय रिज़र्व बैंक छोटे वित्त बैंकों के लिए पहले SLTRO का संचालन करेगा
- हाल ही मेंभारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई)ने घोषणा किया कि वह लघु वित्त बैंकों (Small Finance Banks) के लिए विशेष दीर्घकालिक रेपो ऑपरेशन (Special Long Term Repo Operation :SLTRO)का संचालन करेगा।
- भारतीय रिज़र्व बैंक के इस पहले विशेष दीर्घकालिक रेपो ऑपरेशनको 10,000 करोड़ रुपये से संचालित किया जायेगा।
मुख्य बिंदु:
- विदित हो कि, भारतीय रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था में वृद्धि लाने के लिए कुछ उपायों की घोषणा की थी। जैसे 4% के रेपो रेट पर 50,000 करोड़ रुपये की ऑन-टैप लिक्विडिटी विंडो खोलना, सभी बैंकों कोकोविड लोन बुक बनाने के लिए कहना।इन्ही उपायों के तहत RBI ने लघु वित्त बैंकों के लिए SLTRO के संचालन को अनुमति प्रदान की थी।
- SLTRO का संचालन मई 2021से प्रत्येक महीने के लिए अक्टूबर, 2021 तक जारी रहेगा।इस SLTRO की वैधता तीन वर्षों की है,इसमें सभी लघु वित्त बैंक भाग लेंगे।
- लेकिन,इन बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आरबीआईसे उधार ली गई राशि केवल असंगठित क्षेत्रों और छोटी व्यावसायिक इकाइयों जैसे क्षेत्रों में उधार दी जानी चाहिए।
स्पेशल लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस (SLTRO)) क्या है?
- SLTRO को मुख्य रूप से दीर्घकालिक रेपो परिचालन (Long-Term Repo Operations) भी कहा जाता है। स्पेशल लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस एक ऐसा उपकरण है, जिसके तहत आरबीआई रेपो रेट पर बैंकों को पैसा उपलब्ध कराता है। जिसकी अवधि आमतौर पर एक साल से तीन साल तक हो सकती है । यह सरकारी प्रतिभूतियों को संपार्श्विक (collateral) के रूप में स्वीकार करता है।
स्पेशल लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस का लाभ
- यह बैंकों के लिए बहुत उपयोगी है, क्योंकि इससे उन्हें कम दरों पर लंबी अवधि के फंड मिलते हैं। इससे बैंक कर्ज लेने वाले लोगों के लिए कम ब्याज की सुविधा देते हैं।
- इस प्रकार, स्पेशल लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस, भारतीय रिज़र्व बैंक को यह सुनिश्चित करने में मदद करेंगे कि बैंक पॉलिसी दरों को कम किए बिना अपनी उधार दरों को कम करें।
स्रोत:पीआईबी
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