भारतीय प्रधानमंत्री एवं सेशेल्स के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति (भारत-मूल) के बीच आभासी बैठक
हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री और सेशेल्स देश के राष्ट्रपति वावेल रामखेलावन वर्चुअल रूप से आयोजित हुए एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुए।इस कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से सेशेल्स में नई मजिस्ट्रेट कोर्ट इमारत का ई-उद्घाटन किया।
विदित हो कि प्रधानमंत्री की ’सागर’–‘सिक्यूरिटी एंड ग्रोथ फॉर आल इन द रीजन’ – की अवधारणा में सेशेल्स का एक केन्द्रीय स्थान है।
सेशेल्स को भारत की ओर से एक 50–एम तीव्र गश्ती नौका (फास्ट पैट्रोल वेसेल ) और एक मेगावाट की क्षमता वाले एक सौर ऊर्जा संयंत्र को सौंपा गया है । इसके साथ ही संयुक्त रूप से सेशेल्स में कई भारतीय परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया गया है ।
भारत द्वारा दिए गए फास्ट पैट्रोल वेसेल के मायने:
- भारत की तरफ से सेशेल्स कोस्ट गार्ड को दिए गए 50–एम गश्ती जहाज( फास्ट पैट्रोल वेसेल) का नाम ‘पीएस जोरोआस्टेर’ है और इसकी कीमत 100 करोड़ रुपए है |
- इसे गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियरिंग ने तैयार किया है इसकी लम्बाई 9 मीटर है यह जहाज 35 नॉट्स की रफ्तार के साथ 1500 नॉटिकल मील की दूरी तय कर सकता है |
- क्योंकि भारत हिंद महासागर की सुरक्षा और इसके विकास के लिए प्रतिबद्ध है अतः इस गस्ती जहाज के माध्यम से भारत हिंद महासागर में चीन को घेरने की रणनीति के तौर पर देख रहा है |
- भारत का इस जहाज को देने का मकसद एयरक्राफ्ट और गश्ती जहाज के जरिए मैरीटाइम सिक्योरिटी को मजबूत करना है ,सेशेल्स को भारत की ओर से 50 प्रतिशत उपकरण दिए गए हैं जो मैरीटाइम और हवाई सुरक्षा से सम्बंधित हैं |
- इसे सर्च एंड रेस्क्यू के अलावा एंटी-स्मगलिंग , पेट्रोलिंग और एंटी-पोचिंग के ऑपरेशंस में भी इसका प्रयोग किया जा सकता है |
- अपनी तरह का सेशेल्स को दिए जाने वाला यह चौथा जहाज है जो पूरी तरह से भारत में बना है. सबसे पहले वर्ष 2005 में गश्ती जहाज दिया गया था |
- भारत सेशेल्स में 550 मिलियन डॉलर की लागत से मिलिट्री बेस तैयार कर रहा है. इस आर्मी बेस के माध्यम से भारत मोजांबिक चैनल पर नजर रख सकता है |
भारत द्वारा सेशेल्स मेंशुरू किये गए कार्यक्रम
- भारत के 5 मिलियन डॉलर के अनुदान के साथ सेशेल्स के माहे में बनी मजिस्ट्रेट की नई बिल्डिंग का उद्घाटन भी किया गया है. न्यायालय का नया भवन, सेशेल्स में नागरिक आधारभूत संरचना से जुड़ी भारत की पहली बड़ी परियोजना है |
- भारत ने सेशेल्स को आवश्यक दवाओं के साथ भारत द्वारा निर्मित COVID-19 टीके की 50,000 खुराक की आपूर्ति की है ,भारत द्वार निर्मित COVID-19 टीके प्राप्त करने वाला सेशेल्स पहला अफ्रीकी देश है ।
- अनुदान सहायता के तहत भारत सरकार सेशेल्स में ‘सोलर पीवी डेमोक्रिटाइजेशन प्रोजेक्ट’नामक एक कार्यक्रम चला रही है इसके तहत भारत सरकार सेशेल्स में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करेगी |
- इसी कार्यक्रम के तहत सेशेल्स के रोमेनविले द्वीप में स्थित एक मेगावाट की क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र (ग्राउंड-माउंटेड सोलर पावर प्लांट) का निर्माण भारत ने किया है |
सोत – पीआईबी