ब्लोटवेयर ऐप्स क्या होते हैं
ब्लोटवेयर ऐप्स को ‘संभावित अवांछित प्रोग्राम’ (Potentially Unwanted Programs – PUP) के रूप में भी जाना जाता है। यह आपकी डिवाइस के प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले अनावश्यक प्रोग्राम होते हैं।
डिवाइस के स्टोरेज को अनावश्यक रूप से भरने और सिस्टम की बैटरी लाइफ और समग्र प्रदर्शन को प्रभावित करने के लिए ‘ब्लोटवेयर ऐप्स’ की आलोचना की जा रही है।
आमतौर पर बैकग्राउंड में चलने वाले ये ऐप ‘छिपे हुए’ होते हैं, और इन्हें ढूंढना यूजर्स के लिए मुश्किल काम हो जाता है।
यह, आपके कंप्यूटर, फोन या टैबलेट पर कोई भी सॉफ्टवेयर हो सकता है जो मेमोरी, स्टोरेज और बैटरी लाइफ जैसे बहुत सारे संसाधनों का उपभोग करता है।
उपयोग
इस प्रकार के ब्लोटवेयर निर्माताओं और तृतीय-पक्ष डेवलपर्स से आते हैं, और आमतौर पर आपके डिवाइस पर पहले से लोड होते हैं।
ट्रायलवेयर : उपयोगकर्ता इस प्रकार की ऐप का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि इनमे से अधिकांश ऐप्स को नए उपकरणों में निःशुल्क परीक्षण मोड में उपलब्ध कराया जाता है। हालाँकि, परीक्षण अवधि समाप्त होने के बाद भी, ये प्रोग्राम आपके डिवाइस के संसाधनों का उपभोग करते रहते हैं।
एडवेयर (Adware): इस प्रकार के ब्लोटवेयर आमतौर पर इंटरनेट से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते समय डाउनलोड हो जाते हैं।
स्रोत –द हिन्दू