ब्लैक होल में प्रकाश की ख़ोज
हाल ही में, खगोलविदों ने पहली बार ब्लैक होल के पीछे प्रकाश का पता लगाया है ।
- पहली बार खगोलविदों ने गहन अंतरिक्ष में ब्लैक होल के पीछे से उत्पन्न होने वाले एक्स-रे विकिरण की चमक को प्रत्यक्ष रूप से अवलोकित किया है।
- यह अवलोकन ब्लैक होल के चारों ओर विरूपित अंतरिक्ष-समय, प्रकाश मुड़ने की परिघटना और वक्राकार चुम्बकीय क्षेत्र के कारण संभव हो पाया है ।
- ये एक्स-रे इकोज (x-ray echoes) न केवल आइंस्टीन के पूर्वानुमान (कैसे ब्लैकहोल का गुरुत्वाकर्षण उसके चारों ओर के प्रकाश को मोड़ता है) को सत्यापित करते हैं, बल्कि ब्लैकहोल के आसपास की घटनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करते हैं।
- खगोलविद इसका ब्लैकहोल के परिवेश का 3डी मानचित्र निर्मित करने के लिए उपयोग करने हेतु इच्छुक हैं।
- इससे पूर्व, खगोलविदों द्वारा एक सुपरमैसिव ब्लैक होल के एक अध्ययन में लघु, और भिन्न-भिन्न रंगों से लेकर उज्ज्वल चमक के साथ एक अप्रत्याशित ‘चमकदार इकोज’ (Luminous echoes) की खोज की गई थी, जो ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव के कारण चारों ओर से मुड़ी हुई थी।
ब्लैक होल के बारे में:
- ब्लैकहोल एक खगोलीय पिंड है, जिसमें गुरुत्वाकर्षण बल इतना अधिक होता है कि प्रकाश भी इससे होकर गुजर नहीं पाता है।
- ब्लैकहोल का द्रव्यमान एक परमाणु से लेकर एक मिलियन से अधिक सूर्यों के द्रव्यमान के समतुल्य हो सकता है।
- ब्लैकहोल के चार मुख्य प्रकार माने जाते हैं- मिनिएचर, इंटरमीडिएट मास, स्टेलर, और सुपरमैसिव।
स्रोत – द हिन्दू