ब्रिक्स शेरपाओं की दूसरी बैठक संपन्न
ब्रिक्स शेरपाओं की दूसरी बैठक संपन्न
हाल ही में ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की निर्धारित बैठक की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए दूसरी ब्रिक्स शेरपाओं (BRICS Sherpas) और सूस शेरपाओं (Sous Sherpas) की बैठक का आयोजन किया गया है। इससे पहले पहली ब्रिक्स शेरपा बैठक वर्ष 2019 में ब्राजील के कूर्टिबा में ब्राजील की अध्यक्षता में संपन्न की गई थी।
मुख्य बिंदु
- भारत की अध्यक्षता में बुलाई गई ब्रिक्स शेरपाओं (BRICS Sherpas) और सूस शेरपाओं (Sous Sherpas) की बैठक का योजना 25 से 28 मई को किया गया था। इस बैठक में ब्रिक्स भागीदारों ने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की।
शेरपा (Sherpas) क्या हैं?
- शेरपा G7 और G20 शिखर सम्मेलन जैसे अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की तैयारी करने वाले सरकार के प्रमुख का व्यक्तिगत प्रतिनिधि होते हैं।
- शेरपा आमतौर पर “जी 7 शिखर सम्मेलन के लिए शेरपा” को संदर्भित करता है, लेकिन इस पद को विभिन्न नियमित सम्मेलनों तक बढ़ाया जा सकता है जिसमें देश के प्रमुख की भागीदारी की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, ब्रिक्स शेरपा ब्रिक्स राष्ट्र के प्रतिनिधियों को दर्शाता है। शेरपा आम तौर पर काफी प्रभावशाली होते हैं, हालांकि उनके पास किसी समझौते पर अंतिम निर्णय लेने का अधिकार नहीं होता है।
इसे शेरपा क्यों कहा जाता है?
- शेरपा नाम “शेरपा लोगों” से लिया गया है जो नेपाली जातीय समूह हैं। वे पूरे हिमालय में गाइड और पोर्टर्स के रूप में काम करते हैं। इस प्रकार, समूह को शेरपा के रूप में नामित करना इस तथ्य को संदर्भित करता है कि, शेरपा प्रमुख शिखर सम्मेलन में राष्ट्र प्रमुख के लिए रास्ता साफ तैयार करता है।
स्रोत :द हिन्दू
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