बॉन जलवायु बैठक संपन्न
इसका आयोजन दुबई में प्रस्तावित COP 28 बैठक के लिए एजेंडा तय करने और तैयारी करने के लिए किया गया था ।
बैठक के दौरान हुई मुख्य चर्चा:
- इस दौरान ग्लोबल स्टॉकटेक के लिए एक मसौदा फ्रेमवर्क जारी किया गया। यह एक प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के खिलाफ देशों की प्रगति का आकलन करना है ।
- साथ ही, इसके तहत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक कार्रवाई को आगे बढ़ाने के तरीकों और साधनों का निर्धारण किया जाएगा।
- 2015 के पेरिस समझौते के अनुसार पहला ग्लोबल स्टॉकटेक COP 28 में जारी किया जाएगा।
मिटिगेशन वर्क प्रोग्राम (MWP):
- इसकी शुरुआत 2021 में ग्लासगो में आयोजित COP 26 में ई थी। इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए उत्सर्जन में कटौती पर ध्यान केंद्रित करना है।
- विकासशील देशों की यह शिकायत है कि विकसित देशों ने अभी तक उन्हें उत्सर्जन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वित्त और प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण नहीं किया है।
हानि और क्षति का सिद्धांत (Loss and Damage Principle):
इसे COP 27 में अपनाया गया था । इस सिद्धांत के तहत वित्त-पोषण किस प्रकार किया जाए, इस बात को लेकर विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेद है।
नए सामूहिक परिमाणित लक्ष्य (NCQG):
- नए सामूहिक परिमाणित लक्ष्य (NCQG) को पेरिस जलवायु सम्मेलन, 2015 में अपनाया गया था। इसके तहत 2025 से पहले जलवायु वित्त – पोषण के लिए सहमति व्यक्त की गई थी। हालांकि,NCQG के अपने लक्ष्य से चूकने की पूरी संभावना है।
- विकसित देश NCQG को लागू करने के पर सहमत नहीं हैं। उन्होंने इसे सभी विकसित और विकासशील देशों के लिए सामूहिक लक्ष्य के रूप में घोषित करने की समीक्षा करने की मांग की है।
स्रोत – डाउन टू अर्थ