भारत ने परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया
- हाल ही में सामरिक बल कमान (Strategic Forces Commond-SFC) ने ओडिशा तट पर स्थित ए. पी.जे. अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि-5 परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात्रि परीक्षण (Night Trials) सफलतापूर्वक कर लिया है।
- SFC तीनों सेवाओं की एक प्रमुख संरचना है। यह सभी सामरिक परिसंपत्तियों का प्रबंधन और प्रशासन करती है। यह परमाणु कमान प्राधिकरण (Nuclear Command Authority -NCA) के दायरे में आती है।
- NCA की दो परिषदें हैं- एक प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में राजनीतिक परिषद तथा दूसरी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की अध्यक्षता वाली कार्यकारी परिषद ।
अग्नि-5 के बारे में
- अग्नि-5 सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु सक्षम उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल है। इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है।
- अग्नि-V में तीन चरणों वाले ठोस ईंधन युक्त इंजन का उपयोग किया गया है। यह दागो और भूल जाओ मिसाइल है, जिसे इंटरसेप्टर मिसाइल के बिना रोका नहीं जा सकता है।
- मिसाइल में 5000 किमी. की सीमा से परे लक्ष्य को भेदने की क्षमता है और यह भारत की आत्मरक्षा प्रणालियों के लिये महत्त्वपूर्ण है।
- इसका विकास एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (Integrated Guided Missile Development Programme- IGMDP) के तहत किया गया है।
एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)
- इसकी स्थापना का विचार प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा दिया गया था। इसका उद्देश्य मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना था।
- रक्षा बलों की विभिन्न प्रकार की मिसाइलों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम के तहत पाँच मिसाइल प्रणालियों को विकसित करने की मंज़ूरी दी गई। इसे वर्ष 1983 में शुरू किया गया और मार्च 2012 में पूरा हुआ।
- IGMDP के अंतर्गत पांच मिसाइलों का विकास किया गया है।
ये मिसाइलें हैं-
- पृथ्वी- सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल।
- अग्नि- सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल ।
- त्रिशूल- सतह से आकाश में मार करने में सक्षम कम दूरी वाली मिसाइल।
- नाग- तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल।
- आकाश- सतह से आकाश में मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली मिसाइल।
स्रोत – द हिन्दू