उच्चतर शिक्षा संस्थानों को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) प्लेटफॉर्म उपलब्ध
हाल ही में केंद्र सरकार सभी मान्यता प्राप्त उच्चतर शिक्षा संस्थानों को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) प्लेटफॉर्म पर लाएगी।
- हाल ही में, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (उच्चतर शिक्षा में एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स की स्थापना और संचालन) विनियम, 2021 जारी किए गए हैं। इन विनियमों के तहत कोई भी विश्वविद्यालय या कॉलेज ABC फ्रेमवर्क के अंतर्गत आने के लिए भागीदारी कर सकता है या पंजीकरण करवा सकता है। इसके लिए उनकी रैंकिंग पर विशेष ध्यान नहीं दिया जायेगा।
- इसमें केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालय, डीम्ड विश्वविद्यालय तथा स्वायत्त शिक्षण संस्थान शामिल होंगे।
- इससे पहले, केवल राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों या निर्धारित मानदंडों को पूरा करने वाले अन्य संस्थानों को ही इस फ्रेमवर्क में शामिल किया जाता था।
ABC के बारे में
यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 का एक भाग है। यह उच्चतर शिक्षा संस्थानों को छात्रों द्वारा प्राप्त किए गए क्रेडिट्स का एक डिजिटल भंडार बनाए रखने की अनुमति प्रदान करता है। ABC के तहत छात्र एक वर्ष में किसी एक संस्थान में एक कोर्स को चुन सकते हैं। साथ ही, अगले वर्ष किसी अन्य संस्थान में प्रवेश ले सकते हैं।
ABC के लाभ
- इससे छात्र अपनी पढ़ाई की निरंतरता बनाए रखने में सक्षम होंगे। अपनी पसंद के अनुसार अपनी डिग्रियों को पूरा करसकेंगे। छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने और उससे बाहर निकलने के कई सारे विकल्प मिलेंगे। इस प्रकार वे अपने समयानुसार अपनी डिग्रियों को पूरा कर सकेंगे।
- एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट योजना क्रेडिट प्रणाली के मानकीकरण के माध्यम से संस्थानों के बीच असमानता को कम करेगी। साथ ही, डिग्री प्रदान करने वाली व्यवस्था में समानता को बढ़ावा देगी।
स्रोत –द हिन्दू