बेलगावी सीमा विवाद
हाल ही में, कानून एवं व्यवस्था से संबंधित मुद्दे से कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच अंतर-राज्य विवाद को लेकर तनाव बढ़ गया है।
स्वतंत्रता के दौरान बेलगावी (बेलगाम) बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा था। यह मुद्दा वर्ष 1956 में भाषाई तर्ज पर राज्यों के पुनर्गठन के दौरान उत्पन्न हुआ था।
दोनों पक्षों का दावा
महाराष्ट्र: बेलगावी बड़े पैमाने पर मराठी भाषी क्षेत्र है। इसमें कई हिस्से विशेष रूप से मराठी भाषी हैं।
कर्नाटक: यहां मराठी आबादी केवल 35% के आसपास है, जो इस । क्षेत्र की कन्नड़ भाषी आबादी के बराबर है।
इस प्रकार के विवाद का कारणः ब्रिटिश औपनिवेशिक नीति, राजनीतिक अवसरवाद, सीमा विवादों पर अनुशंसाओं के कार्यान्वयन का अभाव आदि है ।
स्रोत – द हिन्दू