बृहत्तर पन्ना भू–दृश्य परिषद (GPLC) का गठन
हाल ही में बृहत्तर पन्ना भू–दृश्य परिषद (Greater Panna Landscape Council : GPLC) का गठन किया गया है
- GPLC का गठन केन-बेतवा लिंक परियोजना (KBLP) के एक भाग के रूप में किया गया है। इस परिषद का उद्देश्य बृहत्तर पन्ना भू–दृश्य प्रबंधन योजना का व्यवस्थित और समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करना है।
केन-बेतवा लिंक परियोजना (KBLP) के बारे में
- KBLP एक नदी जोड़ो परियोजना है। यह परियोजना पन्ना टाइगर रिज़र्व से होकर गुजरती है। इसके तहत केन नदी के अतिरिक्त जल को बेतवा नदी में स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई है।
- KBLP के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व (और आसपास के क्षेत्रों में वन्य जीवन और जैव विविधता के संरक्षण के लिए एक व्यापक एकीकृत परिदृश्य प्रबंधन योजना (ILMP) तैयार की गई है।
GPLC के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं;
- इस भू–दृश्य में पाई जाने वाली प्रमुख प्रजातियों जैसे बाघ, गिद्ध और घड़ियाल के लिए पर्यावास, संरक्षण एवं प्रबंधन की बेहतरी को सक्षम करना;
- स्थानिक प्राथमिकता के आधार पर जैव विविधता संरक्षण के लिए भू-दृश्य को समेकित करना; प्रजाति – विशेष और स्थान – विशिष्ट निगरानी रणनीतियां तैयार करना आदि ।
एकीकृत भू-दृश्य प्रबंधन के बारे में
- किसी भू–दृश्य से वांछित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दीर्घकालिक सहयोग को एकीकृत भू-दृश्य प्रबंधन कहते हैं। वांछित उद्देश्यों में शामिल हैं; कृषि उत्पादन, पारिस्थितिकी – तंत्र सेवाओं का वितरण, सांस्कृतिक विरासत और मूल्य संरक्षण तथा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देना ।
पन्ना टाइगर रिज़र्व के बारे में
- अवस्थिति : यह विंध्य पहाड़ियों में दक्कन प्रायद्वीप, ऊपरी गंगा के मैदान और अर्ध-शुष्क गुजरात राजपुताना क्षेत्र के संगम के निकट स्थित है। यही कारण है कि इसमें तीन जैव-भौगोलिक क्षेत्रों के प्रभाव दिखाई देते हैं।
- प्रमुख नदी : केन नदी इस रिज़र्व से होकर से गुजरती है।
- स्थापना : इसकी स्थापना 1981 में की गई थी। सरकार ने 2011 में इसे बायोस्फीयर रिज़र्व का दर्जा दिया था ।
- यह मध्य प्रदेश का तीसरा ऐसा बायोस्फीयर रिज़र्व है, जिसे वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिज़र्व (WNBR ) में शामिल किया गया है। अन्य दो बायोस्फीयर रिजर्व हैं: पंचमढ़ी और अमरकंटक ।
स्रोत – पी.आई.बी