बी आर अंबेडकर जयंती
14 अप्रैल, 2022 को भारत में बी. आर. अंबेडकर की 131वीं जयंती मनाई गई। डॉ. अंबेडकर एक समाज सुधारक, न्यायविद, अर्थशास्त्री, लेखक, बहुभाषाविद विद्वान और विभिन्न धर्मों के विचारक थे।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म वर्ष 1891 में महू, मध्य प्रांत (अब मध्य प्रदेश) में हुआ था।
संक्षिप्त परिचय:
अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक (Father of the Indian Constitution) कहा जाता है ।वह भारत के पहले कानून मंत्री थे। साथ ही वे संविधान निर्माण की मसौदा समिति के अध्यक्ष (Chairman of the Drafting Committee) थे।
योगदान:
- इन्होंने मार्च 1927 में उन हिंदुओं के खिलाफ महाड़ सत्याग्रह (Mahad Satyagraha) का नेतृत्व किया जो नगर पालिका बोर्ड के फैसले का विरोध कर रहे थे।
- 1926 में म्युनिसिपल बोर्ड ऑफ महाड़ (महाराष्ट्र) ने सभी समुदायों को तालाबों का उपयोग करने से संबंधित आदेश पारित किया। इससे पहले महाड़ में अछूतों को तालाब के पानी का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।
- डॉ. अंबेडकर तीनों गोलमेज सम्मेलनों (Three Round Table Conferences) में हिस्सा लिया था ।
- वर्ष 1932 में इन्होने महात्मा गांधी के साथ पूना समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिससे पश्चात डॉ. अंबेडकर ने दलित वर्गों (सांप्रदायिक एवार्ड) हेतु पृथक निर्वाचन मंडल की मांग के विचार को छोड़ दिया।
- हालाँकि प्रांतीय विधानमंडलों में दलित वर्गों के लिये सुरक्षित सीटों की संख्या 71 से बढ़ाकर 147 कर दी गई तथा केंद्रीय विधानमंडल (Central Legislature) में दलित वर्गों की सुरक्षित सीटों की संख्या में 18 प्रतिशत की वृद्धि की गई।
चुनाव और पद:
वर्ष 1936 में अंबेडकर विधायक (MLA) के रूप में बॉम्बे विधान-सभा के लिये चुने गए। इसके अलावा वर्ष 1942 में उन्हें एक कार्यकारी सदस्य के रूप में वायसराय की कार्यकारी परिषद में नियुक्त किया गया था।
बौद्ध धर्म को अपनाना:
- हिंदू कोड बिल (Hindu Code Bill) पर मतभेद को लेकर उन्होने वर्ष 1951 में कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। और उन्होंने बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया तथा 6 दिसंबर, 1956 (महापरिनिर्वाण दिवस) को उनका निधन हो गया।
- वर्ष 1990 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था।
स्रोत – पीआईबी