तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (Tamil Nadu Agricultural University – TNAU) नेहाल हीमें अपने परिसर के अन्दर बीमा बाँस (Beema Bamboo) का एक ‘ऑक्सीजनपार्क’ (oxygen park) डिजाइन किया है।तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालयकोयंबटूर में स्थित है।
1.45 एकड़ जमीन पर बनायेजा रहे इस पार्क में बीमा बाँस (Beema Bamboo) के विशेष किस्म के पौधे लगाएजाएँगे ।
बीमा बाँस (Beema Bamboo)
- बीमा बाँस, बम्बुसाबालकोआ (Bambusabalcooa) से चयनित एक क्लोन है।यह बांस की एक प्रजाति है,जोउच्च बायोमास उपज देने साथ ही, सबसे तेजी से बढ़ने वाला पौधा है। यह एक दिन में डेढ़ फीट की ऊंचाई तक बढ़ सकता है।
- इसके अलावा, वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने के लिए बीमा बांस सबसे अच्छा कार्बन सिंक (carbon sink) है।
- ज्ञातव्य हो कि एक बीमा बाँस विकसित होने पर लगभग 300 किलो ऑक्सीजन देता है तथा 80 टन कार्बनडाइऑक्साइड अवशोषित करता है। इसको प्रत्येक फसल चक्र के बाद दोबारा उगाने की आवश्यकता नहीं होती है।
- ये अपनेऊतकों के माध्यम से उत्पन्न होते हैं यह विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु में भी अपने आप को ढाल लेते हैं।बीमा बाँस का कैलोरी मान कोयले के लगभग बराबर है। यही कारण है कि सीमेंट उद्योगों ने इस बांस को अपने बॉयलरों के लिए खरीदना शुरू कर दिया है।
राष्ट्रीय बाँस मिशन (National Bamboo Mission)
राष्ट्रीय बांस मिशन 2018-19 में लांच किया गया था।यह वर्तमान में 21 राज्यों में लागू किया जा रहा है।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस