बायोटेक-प्राइड (Biotech-PRIDE)
हाल ही में ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग’ (Department of Biotechnology) द्वारा बायोटेक प्राइड (डेटा एक्सचेंज के माध्यम से अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहन देना-Biotech-PRIDE) हेतु गाइडलाइन जारी की गई हैं।
इसके साथ ही भारतीय जैविक डेटा केंद्र (Indian biological data centre-IBDC) की एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई।
बायोटेक-प्राइड दिशा-निर्देश:
- ‘जैव प्रौद्योगिकी विभाग’ द्वारा इन दिशा-निर्देशों में अन्य मौजूदा जैविक डेटासेट या डेटा केंद्रों को IBDC के साथ जोड़ने की संकल्पना की गई है, जिसे बायो-ग्रिड (Bio-Grid) कहा जाएगा।
- यह बायो-ग्रिड जैविक ज्ञान, सूचना और डेटा के लिए एक राष्ट्रीय भंडार होगा। इसके अलावा – बायोग्रिड अपने एक्सचेंज को सक्षम करने, डाटासेट के लिये सुरक्षा मानकों एवं गुणवत्तापूर्ण उपाय विकसित करने तथा डेटा तक पहुँच सुनिशित करने हेतु विस्तृत रूप-रेखा (दिशा –निर्देशों) स्थापित करने के लिये ज़िम्मेदार होगा।
- इन दिशा-निर्देशों को ‘भारतीय जैविकडेटा केंद्र’ के द्वारा लागू किया जाएगा। वर्तमान में जैविकडेटाबेस में सहयोग करने वाले शीर्ष 20 देशों में भारत का स्थान चौथा है।
बायो-ग्रिड की आवश्यकता और इसके लाभ:
- 135 करोड़ से अधिक की आबादी और देश के जटिल स्वरूप के साथ भारत को भारतीय अनुसंधान और समाधान के लिए अपने स्वयं के विशिष्ट डेटाबेस की आवश्यकता है।
- इस स्वदेशी डाटाबेस में भारतीय नागरिकों के लाभ हेतु युवा वैज्ञानिकों और शोधकर्त्ताओं का डेटा के आदान-प्रदान एवं कार्यान्वयन हेतु एक विशाल सक्षम तंत्र होगा।
- बड़े पैमाने पर डेटा की एक विस्तृत शृंखला साझा करना आणविक और जैविक प्रक्रियाओं की समझ को आगे ले जाने में सहायक है।
- यह मानव स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन, मौलिक अनुसंधान में सहयोग देगा और इस प्रकार सामाजिक लाभों तक भी विस्तारित होगा।
- डीएनए अनुक्रमण और अन्य उच्च-प्रवाह क्षमता प्रौद्योगिकियों में उन्नति के साथ-साथ डीएनए अनुक्रमण लागत में आई कमी ने सरकारी एजेंसियों को जैव-विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में जैविकडेटा के सृजन की दिशा में अनुसंधान के वित्तपोषण में सक्षम बनाया है।
बायोटेक से संबंधित महत्त्वपूर्ण योजनायें और नीतियां:
- बायोटेक-किसान कार्यक्रम
- अटल जय अनुसंधान बायोटेक मिशन – राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक प्रौद्योगिकी नवाचार (UNaTI) का उपक्रम
- डीएनए प्रौद्योगिकी विधेयक, 2019
- जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट
स्रोत – द हिन्दू