फ्लिपकार्ट ने एकल उपयोग प्लास्टिक पैकेजिंग पर लगाई रोक
ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट ने एकल उपयोग प्लास्टिक पैकेजिंग पर रोक लगा दी है। एकल उपयोग (सिंगल-यूज) प्लास्टिक, जिसे डिस्पोजेबल प्लास्टिक भी कहा जाता है, आमतौर पर प्लास्टिक पैकेजिंग के लिए उपयोग किया जाता है। साथ ही, इसमें ऐसी वस्तुएं शामिल होती हैं, जिन्हें फेंकने या पुनर्नवीनीकरण करने से पूर्व केवल एक बार ही उपयोग किया जाता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, भारत ने वित्त वर्ष 2017-18 में 26,000 टन प्रति दिन (TPD) प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पन्न किया था। इसमें से केवल60 प्रतिशत का ही पुनर्चक्रण किया गया था।
एकल उपयोग प्लास्टिक से संबद्ध समस्याएं
एकल उपयोग प्लास्टिक धीरे-धीरे और क्रमशः प्लास्टिक के सूक्ष्म खंडों में खंडित हो जाता है, जिहें माइक्रोप्लास्टिक्स कहा जाता है। इनके अपघटन में हजारों वर्ष लगते हैं, जिससे इस प्रक्रिया में मृदा और जल संदूषित हो जाते हैं।
सरकार द्वारा उठाये गये कदम
- वर्ष 2022 तक एकल उपयोग प्लास्टिक को उन्मूलित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (संशोधन) नियम, 2021 का प्रारूप जारी किया गया है। इसमें तीन चरणों में एकल-उपयोग प्लास्टिक वस्तुओं की कई श्रेणियों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव किया गया है।
- वर्जिन प्लास्टिक से बने कैरी बैग की मोटाई 30 सितंबर 2021 से 50 माइक्रोन से बढ़ाकर 120 माइक्रोन करना।
- 1 जनवरी, 2022 से विशिष्ट एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के निर्माण, आयात, स्टॉकिंग, वितरण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध आरोपित करना।
- 1 जुलाई 2022 से एकल उपयोग प्लास्टिक वस्तुओं पर प्रतिबंध में वृद्धि के साथ, 100 माइक्रोन से कम के प्लेट, कप, प्लास्टिक/पीवीसी बैनर आदि भी प्रतिबंधित होंगे।
सर्वोत्तम प्रथाएं
- आयरलैंडः इस देश ने बिक्री के स्थानों पर प्लास्टिक की थैलियों पर एक कर आरोपित किया है, जिसे “प्लासटैक्स’ नाम दिया गया है। यह कर, भुगतान करने की अनुमानित इच्छा से छह गुना अधिक निर्धारित किया गया है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं में व्यवहार परिवर्तन को प्रेरित करना है।
- नॉर्वे जमा धनवापसी प्रणालीःवर्ष 1999 से नॉर्वे ने अपनी पेय बोतलों और कैन्स के लिए एक जमा धन वापसी प्रणाली का उपयोग किया है। इसके तहत जनता अपना जमा धन (Deposit) वापस प्राप्त करने के लिए प्लास्टिक सामग्री को रिवर्स वेंडिंग मशीनों पर वापस करती है।
स्रोत – द हिन्दू