केंद्र सरकार फोर्टिफाइड चावल के भंडार के प्रति आश्वस्त

केंद्र सरकार फोर्टिफाइड चावल के भंडार के प्रति आश्वस्त

हाल ही में खाद्य सचिव ने कहा है कि केंद्र सरकार फोर्टिफाइड चावल के भंडार के प्रति आश्वस्त है, और इसके नुकसान से ज्यादा इसके फायदे हैं।

फोर्टिफाइड चावल वितरण का दूसरा चरण शुरू हो गया है। इस चरण में सरकार ने कई राज्यों में फोर्टिफाइड चावल के बारे में मिथकों को दूर करने के लिए एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया है।

फोर्टिफाइड चावल वितरण अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ था। निम्नलिखित कार्यक्रमों के तहत लाभार्थियों  फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति की जाती है।

  • समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) और
  • प्रधान मंत्री पोषण शक्ति निर्माण
  • पीएम पोषण।

फोर्टिफाइड चावल और इसके लाभ

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार भोजन में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा जानबूझकर बढ़ाने की प्रक्रिया फोर्टिफिकेशन कहलाती है। सूक्ष्म पोषक तत्वों में विटामिन और खनिज (ट्रेस तत्वों सहित) सामग्री शामिल हैं।
  • चावल के फोर्टिफिकेशन के तहत पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए उसमें आयरन, विटामिन B12 और फोलिक एसिड जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व मिलाए जाते हैं।
  • कुपोषण के कारण उत्पादकता की हानि, बीमारी और मृत्यु की वजह से भारत को वार्षिक कम से कम 77,000 करोड़ रुपये का नुकसान होता है। इसे देखते हुए फोर्टिफिकेशन लागत प्रभावी तरीके से कुपोषण और एनीमिया से निपटने में मदद करेगा।
  • फोर्टिफाइड चावल क्रेटिनिज्म (बौनापन), गॉयटर (घंघा), थायरोटोक्सिकोसिस, ब्रेन डैमेज आदि को रोकने में मदद करेगा। साथ ही, यह भ्रूण और नवजात शिशु के स्वास्थ्य में भी सुधार करेगा।

हाल की रिपोर्ट के अनुसारः

  • देश की अधिकांश जनजातीय आबादी सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया और क्षयरोग जैसे रोगों से पीड़ित है। थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया और मलेरिया से पीड़ित लोगों के शरीर में पहले से ही अतिरिक्त आयरन होता है। क्षयरोगी (TB) आयरन को अवशोषित करने में असमर्थ होते हैं।
  • इन रोगों के रोगियों द्वारा आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से उनकी प्रतिरक्षा, और अंगों के कार्य करने की क्षमता कम हो सकती है।

भारत में चावलफोर्टिफिकेशन:

  • भारत में, चावल को एक्सट्रूज़न तकनीक का उपयोग करके फोर्टिफाइड किया जाता है। इस तकनीक में पिसे हुए चावल को चूर्णित किया जाता है। फिर इसे विटामिन और खनिजों वाले पूर्व मिश्रण के साथ मिलाया जाता है।
  • एक एक्सट्रूडर मशीन का उपयोग करके इस मिश्रण से फोर्टिफाइड चावल के दाने (Fortified rice kernels: FRK) तैयार किए जाते हैं।
  • FRK को पारंपरिक चावल में 1:50 से 1:200 के अनुपात में मिलाया जाता है। इसके परिणामस्वरूप फोर्टिफाइड चावल सुगंध, स्वाद और बनावट में पारंपरिक चावल के लगभग समान होते हैं।

स्रोत –द हिन्दू

Download Our App

MORE CURRENT AFFAIRS

Share with Your Friends

Join Our Whatsapp Group For Daily, Weekly, Monthly Current Affairs Compilations

Related Articles

Youth Destination Facilities

Enroll Now For UPSC Course