फिलिस्तीनी राष्ट्रपति की इजरायल की महत्वपूर्ण यात्रा
हाल ही में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति इजरायल की महत्वपूर्ण यात्रा पर गए। यह पहली बार है जब फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने वर्ष 2010 के बाद से इजरायल में किसी इजरायली नेता के साथ बैठक की है।
मुख्य फोकस क्षेत्रः
- आर्थिक और नागरिक उपायों का कार्यान्वयन करना।
- इससे पहले, इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने फिलिस्तीनी प्राधिकरण (PA) के साथ विश्वास निर्माण उपायों की घोषणा की थी।
- इन उपायों में इजरायल द्वारा अपनी ओर से एकत्र किए गए करों में फिलिस्तीनी प्राधिकरण को 32 मिलियन डॉलर का अग्रिम भुगतान शामिल है। साथ ही, फिलिस्तीनी व्यापारियों को इजरायल से गुजरने की अनुमति के लिए 600 अतिरिक्त परमिट भी प्रदान किए गए हैं।
- इजरायल और फिलिस्तीन दोनों के हित में सुरक्षा समन्वय को बढ़ावा देना एवं आतंक और हिंसा को रोकना।
- इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक राजनीतिक रूपरेखा बनाना ।
- फिलिस्तीन सरकार इजरायल के नियंत्रण वाले वेस्ट बैंक के स्वायत्त क्षेत्रों का प्रशासन करती है। फिलिस्तीन एक स्वतंत्र राज्य चाहता है, जिसमें संपूर्ण वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी शामिल हो।
- वर्ष 1967 में इजरायल ने तीनों क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था। हालांकि, वर्ष 2005 में इसने गाजा पट्टी से अपना नियंत्रण हटा लिया था।
- बाद में हमास ने इस क्षेत्र पर अधिकार कर लिया था। इस प्रकार, फिलिस्तीनी दो प्रतिद्वंद्वी सरकारों के बीच विभाजित हो गए थे।
- परंपरागत रूप से, भारत फिलिस्तीनी स्वतंत्रता का एक मजबूत समर्थक रहा है। भारत ने इजरायल के कब्जे के विरुद्ध एक नैतिक और कानूनी रूप से उचित दृष्टिकोण अपनाया है।
स्रोत – द हिन्दू