प्रोफेसर राधा मोहन का निधन
हाल ही में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भारत के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् प्रोफेसर राधा मोहन का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
प्रोफेसर राधा मोहन
- प्रोफेसर राधा मोहन अर्थशास्त्र के प्रोफ़ेसर पद पर रहने के साथ ही ओडिशा के पूर्व सूचना आयुक्त भी रहे हैं। इनको और इनकी बेटी को जैविक तकनीकों का उपयोग करके बंजर भूमि के एक टुकड़े को दुर्लभ उपज वाले एक विशाल जंगल के रूप में परिवर्तित का श्रेय दिया जाता है।
- वर्ष 1943 में यह नयागढ़ के एक छोटे से गांव में पैदा हुए इन्होने पुरी के एससीएस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में स्नातक किया और वर्ष 1965 में उत्कल यूनिवर्सिटी से एप्लाइड इकोनॉमिक्स में स्नाकोत्तर भी किया।
- पुरी में एससीएस कॉलेज में प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त होने के पश्चात उन्हें ओड़िसा का सूचना आयुक्त नियुक्त किया गया।
- ओडिशा सरकार ने उनको उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए ‘उत्कल सेवा सम्मान’ प्रदान किया । इसी तरह यूएनईपी ने उन्हें ‘द ग्लोबल रोल ऑफ ऑनर’ सम्मान से नवाजा ।
- राधामोहन को वर्ष 2020 में कृषि में उनके काम के लिए भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म श्री’ से विभूषित किया गया था।
स्रोत – पी आई बी