EAEU के साथ भारत के प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते
हाल ही में यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) ने भारत के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को गति देने के लिए बैठक की है।
EAEU ने भारत के साथ प्रस्तावित FTA में तेजी लाने का फैसला किया है। यह भारत को संसाधन संपन्न यूरेशिया के बाजारों तक पहुंच प्रदान करेगा।
FTA दो या दो से अधिक राष्ट्रों के बीच आयात और निर्यात की बाधाओं को कम करने के लिए किया गया एक समझौता है।
यूरेशिया के साथ FTA का महत्व –
- यह दोनों पक्षों के बीच वस्तुओं और सेवाओं की बास्केट में विविधीकरण लाने में मदद करेगा ।
- FTA दोनों पक्षों को तेल, गैस, सोना, हीरा, लकड़ी, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि, विमानन, रेलवे और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रकों में सहयोग करने में मदद करेगा।
- इससे दोनों पक्षों के बीच बेहतर लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी स्थापित हो सकेगी।
- FIA भारत को ज्ञान-आधारित सेवाओं का केंद्र बना सकता है। इससे ‘ब्रांड इंडिया’ की छवि में सुधार हो सकता है।
- यह भारत और EAEU के 5 देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करेगा ।
यूरेशियन आर्थिक संघ (EAEU)
- यह क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।
- यह एक अंतर्राष्ट्रीय कानूनी संस्था है। इसे यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन संधि द्वारा स्थापित किया गया है।
- इसके सदस्य हैं: आर्मेनिया, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और रूस ।
- कार्य: यह वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी और श्रम की मुक्त आवाजाही प्रदान करता है। साथ ही, यह संधि और यूनियन के भीतर अंतर्राष्ट्रीय समझौतों द्वारा निर्धारित क्षेत्रकों में समन्वित, सुसंगत तथा एकल नीति का पालन सुनिश्चित करता है ।
स्रोत – इकोनोमिक्स टाइम्स