प्रश्न – बीता दशक वैज्ञानिक आविष्कार की दृष्टि में महान दशक के रूप मे जाना जाएगा, उपयुक्त उदाहरण देते हुये इस कथन को सिद्ध करें । – 24 April
उत्तर – वैज्ञानिक आविष्कार
लगभग 3500 ई.पू. में पहिये के साथ शुरू हुआ वैज्ञानिक आविष्कार का सफर वर्तमान तक अनवरत रूप में जारी है। इस दौरान दुनिया भर में विभिन्न तरह के आविष्कार किये जा रहे हैं, जिन्होंने हमारे जीवन के सूक्ष्म से सूक्ष्म पहलुओं को बदलने में अपना विशेष योगदान दिया है। 20वीं शताब्दी में इंटरनेट के आविष्कार से कंप्यूटर क्रांति को एक नई दिशा मिली, और इसने लगभग संपूर्ण विश्व को एक छोटे से कमरे मात्र में समेट दिया। पिछले एक दशक में विज्ञान की दुनिया बहुत सीमा तक परिवर्तित हो गई है, इस अवधि में हुए वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार ने मानवीय जीवन को अत्यधिक प्रभावित किया है। कुछ विशिष्ठ नवाचार निम्नवत हैं –
स्मार्ट फोन क्रांति
- पिछला एक दशक स्मार्ट फोन की क्रांति के दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है। इस अवधि में हम फीचर फोन से टच स्क्रीन फोन की तकनिकी तक पहुँच गए हैं। साथ ही मोबाइल फोन के मूल्य में भी बहुत सीमा तक गिरावट से यह आम जनमानस तक पहुँच गया है।
- वर्ष 2010 के तुलना में वर्ष 2020 के मोबाइल फोन्स में मौजूद तकनिकी ने हमारे दैनिक जीवन पर भी काफी प्रभाव डाला है। आज हमारा दैनिक जीवन मोबाइल फोन के चारों ओर ही घूम रहा है।
3G से 5G की ओर
- 1990 के दशक के अंत में इंटरनेट क्रांति ने मोबाइल इंटरनेट की मांग को काफी बढ़ा दिया। 2G नेटवर्क की अभूतपूर्व सफलता ने अधिक कुशल और तीव्र मोबाइल नेटवर्क के निर्माण हेतु एक एक प्रेरक का कार्य किया, जिसके पश्चात् 3G नेटवर्क तकनीकी पर खोज प्रारंभ हुई और 2010 के दशक की शुरुआत के साथ ही 3G नेटवर्क आम प्रचलित हो गयी ।
- अब नए दशक के प्रारम्भ के साथ ही हम 5G नेटवर्क की ओर अग्रसर हैं, जिसने लोगों को इंटरनेट के प्रयोग का बेहतरीन और लाभकारी अनुभव प्रदान किया।
- इस अवधि में इंटरनेट डेटा का अनुप्रयोग भी काफी तेज़ी से बढ़ा है। एसोचैम (ASSOCHAM) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का डेटा उपभोग वर्ष 2022 में 6% बढ़ जाएगा।
मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना
- नासा (NASA) के भेजे गए, क्यूरियोसिटी रोवर (Curiosity Rover) यान ने 6 अगस्त, 2012 को मंगल ग्रह पर उतरने के बाद गोल आकार के पत्थरों (Rounded Pebbles) की खोज की, जो यह प्रदर्शित करता है कि लगभग तीन बिलियन वर्ष पहले मंगल ग्रह पर नदियाँ प्रवाहित होती थीं।
- वर्ष 2019 में नासा के क्यूरियोसिटी रोवर यान द्वारा, मंगल ग्रह की वायु में मीथेन गैस की उच्च मात्रा से सम्बंधित डाटा भेजा गया है। हमारे पृथ्वी पर मीथेन गैस सामान्यतः जीवित जीवों एवं पेड़ पौधों द्वारा उत्सर्जित होती है। वैज्ञानिक द्वारा इसे मंगल ग्रह पर सूक्ष्मजीवों की उपस्थिति का संकेत माना जा रहा हैं।
- वर्ष 2022 में यूरोप द्वारा ‘रोजालिंड फ्रैंकलिन रोवर्स’ (Rosalind Franklin Rovers) को मंगल ग्रह पर सूक्ष्मजीवों की उपस्थिति के अनुसन्धान के लिये प्रक्षेपित किया जायेगा।
गुरुत्वाकर्षण तरंगें
- लगभग एक सदी पहले, गुरुत्वाकर्षण तरंगों की भविष्यवाणी पहली बार महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी में की थी। इस भविष्यवाणी के बारे में लगभग 50 वर्षों के शोध के बाद 14 सितंबर, 2015 को पहली बार इन तरंगों की खोज की गई थी।
- 2009 में नासा द्वारा शुरू किया गया कैपलर मिशन, अब तक हमारे सौर मंडल के बाहर 2600 से अधिक ग्रहों की खोज कर चुका है। ऐसे ग्रहों को एक्सोप्लैनेट कहा जाता है।
- नासा द्वारा हमारे सौरमंडल से बाहर के जीवन का पता लगाने के लिये वर्ष 2018 में कैपलर के उत्तरवर्ती मिशन ‘टेस’ (The Transiting Exoplanet Survey Satellite-TESS) लॉन्च किया गया था।
चालक रहित कार
- 2010 के दशक में, दुनिया भर की कई प्रमुख कंपनियों ने एक चालक रहित कार का उपयोग करने में सफलता हासिल की, जिसमें टेस्ला और Google जैसी कंपनियों ने अग्रणी स्थान हासिल किया।
- इंटरनेट के माध्यम से गूगल मैप और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करते हुए, इस प्रकार के वाहन लोगों को बिना किसी जोखिम के अपने गंतव्य तक पहुचाते हैं।
- हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि ड्राइवरलेस वाहनों की परियोजना को पूरी तरह से पूरा करने में कुछ समय लगेगा, और भारत जैसे विशेष भौगोलिक क्षेत्रों में अधिक समय लग सकता है, जहां स्वचालित तकनीक बहुत कम प्रचलित है।
- इसके अलावा ड्राइवर रहित करों को लेकर डेटा सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है।
ड्रोन का प्रयोग
- ड्रोन का इतिहास दुनिया में बहुत पुराना है, लेकिन इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण घटना 2010 में हुई, जब एक फ्रांसीसी कंपनी ने पहला रेडी-टू-फ्लाई ड्रोन बनाया, जिसे स्मार्टफोन का उपयोग करके वाई-फाई के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता था।
- 2014 में, अमेज़ॅन ने ड्रोन के माध्यम से डिलीवरी का विचार पेश किया। इसी समय, कई निर्माण कंपनियां भी अपने प्रचार के लिए ड्रोन का उपयोग कर रही थीं।
- एयर टैक्सी की अवधारणा को ड्रोन के विकास का दूसरा चरण माना जा रहा है, इसके माध्यम से लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिल सकेगा।
मानव परिवार के विभिन्न पूर्वजों की खोज
- 2010 के दशक की शुरुआत ही ‘डेनिसोवंस’ (Denisovans) नामक मानव परिवार की एक विलुप्त प्रजाति की खोज के साथ हुई थी। इस प्रजाति की खोज साइबेरिया के अल्टाई (Altai) पर्वत में ‘डेनिसोवा’ (Denisova) गुफा में खोज के कारण इसका नाम ‘डेनिसोवंस’ रखा गया था।
- इसके बाद वर्ष 2015 में ‘होमो नालेडी’ (Homo Naledi) नामक मानव प्रजाति के अवशेष दक्षिण अफ्रीका में खोजे गए।
- जबकि 2019 में, पेलियोन्टोलॉजिस्ट्स ने फिलीपींस में पाई जाने वाली एक अन्य प्रजाति को होमो लुज़ोनेंसिस नामक एक छोटे आकार की मानव प्रजाति के रूप में वर्गीकृत किया।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)
- Google, Microsoft जैसी कंपनियां कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए काम कर रही हैं। एआई की मदद से हमारे जीवन में रोबोटिक्स का उपयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है।
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता वह गतिविधि है जिसके द्वारा मशीनों को बुद्धिमान बनाया जाता है। इंटेलिजेंस वह गुण है जो किसी इकाई को उसके वातावरण में उचित दूरदर्शिता के साथ कार्य करने में सक्षम बनाता है।
- 2010 का दशक ‘मशीन लर्निंग’ के आरंभ का दशक रहा है।
बीते दशक वैज्ञानिक आविष्कारों के संदर्भ में एक क्रांतिकारी युग रहा है। इस अवधि के दौरान, कई आविष्कार हुए हैं, जिन्होंने आम जनता की सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित किया है। हालांकि, प्रौद्योगिकी, जो हमारे दैनिक जीवन में बहुत फायदेमंद है, मानव सभ्यता पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में प्रौद्योगिकी मानव जीवन को और अधिक सुलभ बनाने में भी योगदान देगी।