प्रश्न – ‘एक विनम्र तरीके से आप दुनिया को हिला सकते हैं गाँधी जी के इस कथन से क्या आशय है ? स्पष्ट करें।
उत्तर – गाँधी जी
- महात्मा गांधी ने एक बार कहा था, ‘सौम्य तरीके से, आप दुनिया को हिला सकते हैं। मतलब, उन छोटी चीज़ों को कम न समझें जो बड़ा बदलाव ला सकती हैं। दयालुता का एक छोटा कार्य आपके दृष्टिकोण से बहुत अधिक नहीं लग सकता है, लेकिन यह किसी का दिन बना सकता है।
- उन्होंने अपने गहन ज्ञान और करामाती दर्शन से दुनिया को हिला दिया। सादगी और सच्चाई के दृढ़ विश्वास वाले महात्मा गांधी ने न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में असाधारण प्रभाव डाला। उनके सिद्धांत और विचारधारा प्रकृति में विशिष्ट थे लेकिन 20 वीं शताब्दी में प्रभावी थे।
- गांधी जी का उपरोक्त कथन मानव जीवन में विनम्रता के महत्त्व को दर्शाता है। गांधी जी अपने समय के किसी भी अन्य व्यक्ति की तुलना में लोगों के दिलो-दिमाग पर अधिक ताकत से राज करते थे, परंतु यह ताकत हथियारों की शक्ति या आतंक व हिंसा द्वारा अर्जित नहीं थी बल्कि इसका आधार सत्य, अहिंसा, न्याय, स्नेह व प्रेम आधारित विनम्र अपील थी।
- तत्कालीन समय में यदि ब्रिटिश सत्ता से लोहा लेना और देश को स्वतंत्र कराने का विचार एक दिवास्वप्न से वास्तविकता में परिणत होता दिखता है तो इसके मूल में गांधी जी की यही विनम्र अपील थी। वे इस बात को अच्छी तरह समझते थे कि ब्रिटिश शक्ति को हिंसा या ताकत से चुनौती नहीं दी जा सकती है और फिर इस प्रकार के हिंसक शक्ति प्रदर्शन के लिये वे न तो साधारण भारतीय नागरिक को तैयार कर सकते हैं और न ही इस प्रकार की हिंसात्मक गतिविधियों के लिये वे वैश्विक समर्थन प्राप्त कर सकते थे। साथ ही इससे ब्रिटिश सत्ता की प्रतिक्रियावादी हिंसक कार्यवाहियों को झेलने का भी खतरा रहता।यह गांधी जी का अहिंसा पर आधारित विनम्र प्रयास ही था जिसने विरोधियों को भी उनका मुरीद बना दिया। इतना ही नहीं वर्तमान विश्व में भी सर्वाधिक प्रचलित व प्रभावी ‘सॉफ्ट पावर’ की नीति का मूल आधार भी विनम्र अपील ही है।
गाँधी जी का विचार था की ,दयालुता वह भाषा है जिसे बहरे सुन सकते हैं और अंधे देख सकते हैं. इस तरह नम्रता ही एक ऐसा तरीका है , जिसका माध्यम में व्यापक परिवर्तन संभव है .