प्रवासी श्रमिकों का अखिल भारतीय सर्वेक्षण
प्रवासी श्रमिकों का अखिल भारतीय सर्वेक्षण
भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय ने प्रवासी श्रमिकों का अखिल भारतीय सर्वेक्षण शुरू किया है। यह सर्वेक्षण अखिल भारतीय त्रैमासिक रोज़गार पर आधारित होगा।
ज्ञातव्य हो कि ‘श्रम ब्यूरो’ द्वारा पाँच प्रमुख अखिल भारतीय सर्वेक्षण कराए जा रहे हैं।जिनमें से यह भी एक है। इन सभी सर्वेक्षणों के लिये सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ‘ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कन्सल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड’ द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा।
विदित है कि श्रम ब्यूरो श्रम आँकड़ों के संकलन, संग्रहण, विश्लेषण और प्रसार का कार्य करता है।
ये पाँच सर्वेक्षण हैं-
- प्रवासी श्रमिकों का अखिल भारतीय सर्वेक्षण–
- श्रमिकों द्वारा किए गए रोजगार से संबंधित प्रवासन का अध्ययन करना।
- इसके अंतर्गत श्रमिकों की अनुमानित संख्या, रोज़गार संबंधी प्रवासन, कार्य करने तथा रहने की दशाएँ और कोविड-19 का उनके कार्य-क्षेत्र पर प्रभाव का अध्ययन किया जाएगा।
- अखिल भारतीय त्रैमासिक स्थापना आधारित रोज़गार सर्वेक्षण –
- सर्वेक्षण तिमाही आधार पर चयनित क्षेत्रों में रोजगार की स्थिति में बदलाव पर महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगा।
- इसका उद्देश्य गैर-कृषि क्षेत्र में संलग्न समूहों के लिये क्रमिक तिमाहियों में रोज़गार की स्थिति में सापेक्ष परिवर्तन को मापना है। ये परिवर्तन अर्थव्यवस्था के आठ कोर क्षेत्रों को कवर करेंगे।
- घरेलू कामगारों पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण– इसके तहत घरेलू कामगारों तथा उन्हें रोज़गार देने वाले परिवारों की औसत संख्या की गणना और कामगारों के साथ घरों में होने वाली घटनाओं की जानकारी एकत्र की जाएगी।
- परिवहन क्षेत्र में रोज़गार सृजन पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण– इसका उद्देश्य देश में परिवहन क्षेत्र में सृजित रोज़गार का आकलन करना है।
- पेशेवरों द्वारा रोज़गार सृजन का अखिल भारतीय सर्वेक्षण– इसका उद्देश्य पेशेवरों की कुल संख्या का आकलन तथा उनके द्वारा रोज़गार सृजन से संबंधित डाटा एकत्रित करना है।
ये सर्वेक्षण श्रम और रोजगार के विभिन्न पहलुओं पर डेटा अंतर को स्पष्ट करेंगे और प्रमाणित आधार पर नीति बनाने में मदद करेंगे।
स्रोत – द हिन्दू
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