भारत और जर्मनी ने प्रथम विकास सहयोग पर नीति-बी.एम.जेड. संवाद‘
हाल ही में भारत और जर्मनी ने प्रथम विकास सहयोग पर नीति-बी.एम.जेड. (NITI-BMZ) संवाद’ शुरू किया है ।
NITI-BMZ संवाद, सहयोग के निम्नलिखित पांच प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है:
- सतत विकास लक्ष्य (SDG),
- जलवायु कार्रवाई,
- ऊर्जा संक्रमण (ट्रांजिशन),
- उभरती हुई प्रौद्योगिकियां और कृषि–पारिस्थितिकी।
दोनों देशों ने ‘कृषि पारिस्थितिकी और प्राकृतिक संसाधनों पर महत्वपूर्ण सहयोग’ को रेखांकित किया। साथ ही, भारत में प्राकृतिक खेती पर सहयोग को बढ़ाने की आवश्यकता प्रकट की।
भारत-जर्मनी के बीच अन्य स्वच्छ ऊर्जा सहयोग–
- मई 2022 में, भारत और जर्मनी ने ‘हरित एवं सतत विकास (GSDP) के लिए साझेदारी पर आशय के संयुक्त घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
- जून 2022 में, भारत और G-7 ने ‘जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनरशिप (JETP)’ की दिशा में कार्य करने पर सहमति व्यक्त की थी।
- ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 के क्रियान्वयन में सहायता करने के लिए भारत-जर्मन ऊर्जा कार्यक्रम (IGEN) शुरू किया गया था।
भारत-जर्मनी संबंध–
- दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी है। वर्ष 2021में दोनों देशों ने आपसी कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाया था।
- जर्मनी द्वारा वर्ष 2020 में जारी हिंद-प्रशांत 6 दिशा-निर्देशों में भारत की मुख्य भूमिका है।
- जर्मनी, भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार देश है।
- दोनों देश G-4 के सदस्य हैं। G-4 मंच के अन्य देश हैं ब्राजील और जापान इस समूह के देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधारों की मांग कर रहे हैं।
स्रोत – द हिन्दू