भारत ने प्रतिस्थापन स्तर की प्रजनन क्षमता (RLF) हासिल कर ली
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने कहा है कि भारत ने प्रतिस्थापन स्तर की प्रजनन क्षमता (RLF) हासिल कर ली है ।
हाल ही में, केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय परिवार नियोजन शिखर सम्मेलन 2022 को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत ने प्रतिस्थापन स्तर की प्रजनन क्षमता हासिल कर ली है।
साथ ही, देश के 31 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की कुल प्रजनन दर 2.1 या उससे कम है।
प्रतिस्थापन स्तर की प्रजनन क्षमता (Replacement level fertility: RLF) प्रजनन क्षमता का वह स्तर है, जिस पर एक जनसंख्या एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्वयं को उतने ही अनुपात में बदल लेती है।
वल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2022 के अनुसार, भारत वर्ष 2023 में चीन को पीछे छोड़कर विश्व में सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने भारत परिवार नियोजन-2030 विजन दस्तावेज भी जारी किया।
इसमें निम्नलिखित विषयों का उल्लेख किया गया है:
- राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 (NFHS-4) से NFHS-5 के बीच, किशोरियों द्वारा गर्भधारण में मामूली गिरावट दर्ज की गयी है। वर्ष 2015-16 में यह दर 9% थी, जो वर्ष 2019-21 में कम होकर 6.8% हो गई थी।
- प्रवासन और गर्भ निरोधकों तक पहुंच में कमी: यह ज्यादातर प्रवासी पति के आने से पहले गर्भनिरोधक तैयारियों की कमी, स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच नहीं होने आदि के कारण है।
- जागरूकता कार्यक्रमों में पुरुषों की कम भागीदारी होती है।
- आधुनिक गर्भनिरोधक उपलब्ध कराने में निजी क्षेत्र की भागीदारी होनी चाहिए।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए भारत द्वारा किए गए उपाय–
- वर्ष 1952 में परिवार नियोजन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना था।
- वर्ष 2000 में राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग का गठन किया गया था।
- भारत परिवार नियोजन (FP) 2020 का सदस्य है। इसे अब FP 2030 में बदल दिया गया है। यह परिवार नियोजन के लिए एक वैश्विक पहल है।
स्रोत –द हिन्दू