वैज्ञानिकों ने प्रजनन करने में सक्षम पहला जीवित रोबोट विकसित
हाल ही में वैज्ञानिकों ने प्रजनन करने में सक्षम पहला जीवित रोबोट विकसित किया है।
विश्व के पहले जीवित रोबोट को जेनोबोट्स (Xenobots) नाम दिया गया है। इसे अफ्रीकी पंजे वाले मेंढक (जेनोपसलाविस) की स्टेम कोशिका से बनाया गया है।
ज़ेनोबॉट्स की चौड़ाई एक मिलीमीटर से भी कम है। ये चलने में सक्षम हैं और समूहों में एक साथ कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त स्वयं का उपचार भी कर सकते हैं।
स्टेम कोशिकाएं, विशिष्ट कोशिकाएं होती हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं में विकसित होने की क्षमता होती है।
अब, वैज्ञानिकों ने स्व-प्रतिकृति बनाने में सक्षम जीवित रोबोट के निर्माण के लिए जैविक प्रजनन के बिल्कुल नए रूप की खोज की है, जो किसी भी जीव या पौधे से भिन्न है।
शोधकर्ताओं ने एक नए प्रकार के जीव में ज़ेनोबोट्स को व्यवस्थित करने हेतु एक ढांचा तैयार करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग किया है।
जेनोबोट्स के संभावित अनुप्रयोग
- समुद्र और भूमि आधारित प्लास्टिक प्रदूषण को हटाने में।
- यदि ज़ेनोबोट्स को स्तनधारियों की स्टेम कोशिकाओं की मदद से बनाया गया है, तो दृष्टि की पुनर्णाप्ति हेतु लेंस बनाने के लिए इनका उपयोग किया जा सकता है।
- हृदय अवरोध, या ब्रेनडैमेज का कारण बनने वाले प्लाक (Plaque) को साफ करने में भी प्रयुक्त हो सकता है।
- कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने और उन्हें समाप्त करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है।
स्रोत – द हिन्दू