पौधों में नाइट्रेट अवशोषण को विनियमित करने वाले नए मार्ग की खोज
हाल ही में पौधों में नाइट्रेट अवशोषण को विनियमित करने का नया मार्ग खोजा गया है।
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के नेशनल सेंटर ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज के शोधकर्ताओं ने चावल (मोनोकोट) और तंबाकू (डाइकोट), दोनों पौधों में miR444 (माइक्रो-RNA) के एक लक्षित जीन का अध्ययन किया है।
इस जीन को MADS27 भी कहा जाता है।
miR444 स्विच विनियामक की भूमिका निभाता है। यह MADS बॉक्स ट्रांसक्रिप्शन फैक्टर (प्रतिलिपि कारक) जीन नामक कम से कम पांच जीनों को निष्क्रिय करने के लिए जाना जाता है।
MADS बॉक्स उनके पसंदीदा विशेष डीएनए अनुक्रमों से जुड़ता है और पड़ोसी जीन को सक्रिय करता है।
MADS27 जीन का त्रि-आयामी प्रभाव-
- नाइट्रेट अवशोषण प्रक्रिया में शामिल प्रोटीनों को सक्रिय करके इस प्रक्रिया को विनियमित करता है।
- यह ऑक्सिन हार्मोन के उत्पादन और आवागमन को नियंत्रित करके जड़ों का बेहतर विकास करता है।
- मुख्य दबाव सहन कर वाले प्रोटीन को “सक्रिय रखकर अजैविक तनाव सहनशीलता में मदद करता है।
नाइट्रेट असंतुलन का प्रभाव
- नाइट्रेट के बिना, पत्तियों में क्लोरोफिल की मात्रा कम हो जाती है। इस कमी के कारण पत्तियां हल्के हरे या पीले रंग की हो जाती हैं।
- इससे किसानों की फसल की उपज कम होती है।
- नाइट्रोजन की अधिकता से पौधों की पत्तियों में लौह तत्व की कमी हो जाती है।
- नाइट्रोजन पौधों के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक है।
- पौधे, मृदा से नाइट्रोजन को नाइट्रेट्स और अमोनियम के रूप में अवशोषित करते हैं।
- नाइट्रेट, समूचे जीनोम में जीन अभिव्यक्ति को नियंत्रित करने में भूमिका निभाते हैं। इससे जड़ प्रणाली संरचना,फूल खिलने का समय, पत्ती विकास आदि नियंत्रित होते हैं।
स्रोत –द हिन्दू