उर्वरकों के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (NBS) दरों को मंजूरी
हाल ही में मंत्रिमंडल ने रबी सीज़न 2022-23 के लिए नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P), पोटाश ) और सल्फर (S) जैसे पोषक तत्वों से युक्त फॉस्फेट एवं पोटाश (P&K) उर्वरकों के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (NBS) को मंजूरी दी है।
- मंत्रिमंडल के फैसले से उर्वरकों और कच्चे माल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में उतार-चढ़ाव का सामना करने में मदद मिलेगी।
- इसके अलावा, किसानों को रियायती/ सस्ती कीमतों पर उर्वरकों की आसान उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
- कोविड महामारी जनित लॉजिस्टिक्स समस्या के साथ-साथ यूक्रेन-रूस संघर्ष के कारण उर्वरकों की व्यावसायिक कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं।
- सरकार उर्वरक निर्माताओं/ आयातकों के माध्यम से किसानों को रियायती मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध करा रही है। इनमें यूरिया और P&K के 25 ग्रेड उर्वरक शामिल हैं।
- P&K उर्वरकों पर सब्सिडी NBS योजना द्वारा शासित की जा रही है।
पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (NBS) के बारे में
- इसे पूर्ववर्ती रियायत योजना (1992) की निरंतरता में वर्ष 2010 में शुरू किया गया था।
- इस योजना में प्राथमिक पोषक तत्वों (NPKऔर S) से युक्त उर्वरकों को शामिल किया गया है। साथ ही, सभी प्रकार के माध्यमिक एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों (S को छोड़कर) से युक्त उर्वरकों को भी कवर किया गया है।
- अंतर-मंत्रालयी समिति की सिफारिश पर सब्सिडी दरें तय की जाती हैं। यह सब्सिडी सीधे उर्वरक कंपनियों को जारी की जाती है
- कंपनियां किसानों को सस्ती कीमत पर उर्वरक उपलब्ध कराती हैं।
सब्सिडी के बोझ को कम करने के लिए सरकार की पहले
- उच्च दक्षता वाले नैनो यूरिया (तरल) उर्वरक का उत्पादन शुरू किया गया है।
- एक राष्ट्र, एक उर्वरक (ONOF) योजना की घोषणा की गई है।
- उर्वरक के कुशल उपयोग के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू की गई है।
स्रोत – द हिन्दू