भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा ‘पेमेंट्स विजन 2025’ दस्तावेज जारी
हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने ‘पेमेंट्स विजन-2025’ दस्तावेज जारी किया है ।
वर्तमान विज़न दस्तावेज़, पेमेंट्स विज़न 2019-21 दस्तावेज़ पर आधारित है। यह दिसंबर 2025 तक की अवधि के लिए विचार प्रक्रिया की रूपरेखा तैयार करता है।
- पेमेंट्स विजन 2025 भारत के प्रयासों का लाभ उठाने के साथ-साथ सीमा पार भुगतान को बढ़ाने हेतु G-20 के लक्ष्य पर भी आधारित है। इस क्रम में यह चार प्रमुख चुनौतियोंलागत, गति, पहुंच और पारदर्शिता का भी समाधान करने पर बल देता है।
- इस दस्तावेज की थीम है: ई-भुगतान सभी के लिए, सभी जगह, हर समय (E-Payments for Everyone, Everywhere, Every-time’ (4Es))
विजनः प्रत्येक उपयोगकर्ता को सुरक्षित, सुनिश्चित, तेज, सुविधाजनक, सुगम और वहनीय ई-भुगतान विकल्प प्रदान करना।
पेमेंट्स विजन 2025 के लिए लक्ष्यः अखंडता, समावेशन, नवाचार, संस्थानीकरण तथा अंतर्राष्ट्रीयकरण।
उपर्युक्त पांच लक्ष्यों के तहत प्रस्तावित विभिन्न पहलों से निम्नलिखित परिणाम प्राप्त किये जाने की अपेक्षा की गयी है:
- चेक-आधारित भुगतानों की मात्रा कुल खुदरा भुगतानों के 25% से कम होनी चाहिए।
- डिजिटल भुगतान लेनदेन की संख्या में 3 गुना से अधिक की वृद्धि होनी चाहिए।
- एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) 50% और तत्काल भुगतान सेवा (IMPS)/ राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (NEFT) 20% की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज करेंगे।
- सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की तुलना में भुगतान लेनदेन कारोबार को बढ़ाकर 8% करना।
- पॉइंट ऑफ सेल (POS ) पर डेबिट कार्ड लेनदेन में 20% की वृद्धि की जाएगी।
- GDP के प्रतिशत के रूप में कैश इन सर्कुलेशन (CIC) में कमी की जाएगी इत्यादि।
स्रोत – द हिन्दू