पाकिस्तान ने भारत से होने वाले चीनी एवं कपास के आयात पर लगाया प्रतिबंध
हाल ही में, भारत के साथ होने वाले चीनी एवं कपास के आयात पर से19 माह के , प्रतिबंध हटाने का निर्णय पाकिस्तान ने लिया था , लेकिन अंतिम निर्णय लेने के अगले ही दिन पाकिस्तान सरकार ने इस निर्णय को वापस ले लिया है।
पाकिस्तान का भारत से आयात
पकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार गन्ने तथा कपास के उत्पादन में क्रमशः 0.4% एवं 6.9% की गिरावट आई है। इस वजह से पाकिस्तान में कपास तथा गन्ने के उत्पादन में कमी के कारण संबंधित उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।इस समय पाकिस्तान के दो प्रमुख उद्योग; वस्त्र उद्योग एवं चीनी उद्योग अनेक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इस वजह से भारत से कपास एवं चीनी का आयात करना पाकिस्तान की ज़रूरत है।
वस्त्र उद्योग
- पकिस्तान में कपास की आपूर्ति एवं घरेलू उत्पादन में व्यवधान के कारण वर्ष 2020 में वस्त्र उद्योग क्षेत्र में भारी गिरावट आई है साथ ही इससे निर्यात भी प्रभावित हुआ है ।
- विदित हो कि पाकिस्तान के टेक्सटाइल निर्यात की प्रमुख मदों में कच्चा सूत, बुने हुए वस्त्र ,सूती वस्त्र तथा रेडीमेड वस्त्र शामिल हैं।
- पाकिस्तान विश्व में कपास का पाँचवां सबसे बड़ा निर्यातक देश है और यह कपास से संबंधित उत्पादों के निर्यात से देश की कुल विदेशी मुद्रा का आधे से अधिक हिस्सा अर्जित करता है।
चीनी उद्योग
- पाकिस्तान का चीनी उद्योग भी संकट का सामना कर रहा है चीनी उद्योग में संकट का प्रमुख कारण स्थानीय उपभोग में वृद्धि तथा कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हैं।
- सरकारी सब्सिडी में वृद्धि तथा इससे संबंधित प्रशासनिक निर्णयों में देरी और वर्ष 2020 में उत्पादन में कमी की वजह से चीनी की लागत उच्च हुई जिस वजह से चीनी उद्योग पर संकट उत्पन्न उत्पन्न हो गया ।
- ऐसी स्थति में भारत से चीनी एवं कपास का आयात करना पाकिस्तान तथा उसके उपभोक्ता बाज़ार के लिये अधिक लाभप्रद होगा। साथ ही इसके निर्यात में वृद्धि होगी, और विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ेगा।
संबंधित मुद्दे
- पकिस्तान ने आयात से प्रतिबंन्ध हटाने के निर्णय को वापस लेने के संबंध में कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने व्यापार संबंधों को शुरू करने पर तभी विचार करेगा, जब भारत जम्मू -कश्मीर पर अगस्त 2019 में लिये गए अपने निर्णय की समीक्षा करेगा।
- हालाँकि, पाकिस्तान के वस्त्र उद्योग व्यापारी वर्ग ने इस फैसले पर असहमति व्यक्त करते हुए भारत से कपास आयात किये जाने पर जोर दिया है।
- भारत दोनों देशों के संबंधों को सामान्य बनाये जाने के हमेशा पक्ष में रहा है इसी दिशा में भारत ने बिना किसी पूर्व शर्त के पाकिस्तान के साथ व्यापार शुरू करने की सहमति दे दी थी, लेकिन पाकिस्तान ने अपने निर्णय को वापस लेकर यह सिद्ध किया है कि वह भारत के साथ संबंधो को सामान्य बनाने के पक्ष में नहीं है।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस