पहला डार्क स्काई रिज़र्व लद्दाख में स्थापित
हाल ही में भारत का पहला ‘डार्क स्काई रिज़र्व लद्दाख में स्थापित किया जाएगा।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने लद्दाख के हनले में भारत का पहला डार्क स्काई रिज़र्व स्थापित करने की घोषणा की है। यह रिज़र्व चांगथांग वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा होगा।
यह ऑप्टिकल, इन्फ्रा-रेड और गामा-रे दूरबीनों की स्थापना के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे स्थानों में से एक होगा।
यह खगोलीय-पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा। इस तरह यह विज्ञान के माध्यम से स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
डार्क स्काई रिजर्व एक ऐसा स्थान होता है, जहां नीतियों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि उस भूखंड या क्षेत्र में कृत्रिम प्रकाश कम से कम पहुंच सके।
इंटरनेशनल डार्क स्काई एसोसिएशन (IDA) अलग-अलग मानदंडों के आधार पर स्थानों को अंतर्राष्ट्रीय डार्क स्काई प्लेस, पार्क, सैंक्चुअरी और रिज़र्व के रूप में नामित करता है। IDA संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है।
हनले के बारे में
- यह लद्दाख के ठंडे रेगिस्तानी क्षेत्र में स्थित है। यहां मानवीय गतिविधियां न के बराबर हैं।
- बादल रहित आकाश और निम्न वायुमंडलीय जलवाष्प इसे खगोलीय पर्यवेक्षणों के लिए विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्थलों में से एक बनाते हैं।
- इंडियन एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी (IAO) भी हनले घाटी में नीलमखुल मैदान में सरस्वती पर्वत के ऊपर स्थित है।
- IAO भारतीय ताराभौतिकी संस्थान (Indian Institute of Astrophysics) का अधिक ऊंचाई पर स्थित स्टेशन है।
IAO में अन्य प्रमुख टेलीस्कोप निम्नलिखित हैं:
- हिमालयन चंद्र टेलीस्कोप,
- हाई एनर्जी गामा रे टेलीस्कोप (HAGAR),
- मेजर एटमॉस्फेरिक चेरेनकोव एक्सपेरिमेंट टेलीस्कोप (MACE),
- ग्रोथ (GROWTH) आदि।
चांगथांग वन्यजीव अभयारण्य
- यह लद्दाखी चांगथांग पठार पर स्थित है। यहां पृथ्वी पर सबसे ऊंची झील, त्सो मोरीरी स्थित है
- ऐसा कहा जाता है कि यहां दुनिया का सबसे ऊँचा गांव कोरज़ोक भी स्थित है।
- इस अभयारण्य में पाई जाने वाली प्रजातियां हैं: हिम तेंदुआ, तिब्बती भेड़िया, जंगली याक, भरल, भूरा भालू आदि।
स्रोत –द हिन्दू