पशु रोग जोखिम पर सलाह हेतु वन हैल्थ पैनल का गठन
हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं तीन अन्य अंतरराष्ट्रीय निकायों ने एक साथ मिलकर विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है, जो जानवरों से मनुष्यों में होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए एक वैश्विक योजना विकसित करने पर कार्य करेगी।
वन हैल्थ (One Health)
- इस पहल की शुरुआत वर्ष 2020 में फ्रांस और जर्मनी के द्वारा की गई थी, जिसकी प्रथम बैठक मई 2021 में हुई। यह पैनल, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (World Organisation for Animal Health -OIE), खाद्य और कृषि संगठन(Food and Agriculture Organization-FAO), और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environment ProgrammeUNEP) को “जोखिम मूल्यांकन और निगरानी ढांचे” विकसित करने की सलाह देगा, और कोविड जैसे जूनोटिक रोगों को रोकने और तैयार करने के लिए बेहतर कार्य रणनीतियों की स्थापना में मदद करेगा।
पैनल के कार्य
- इस पैनल का गठन COVID-19 महामारी के प्रकोप की पृष्ठभूमि को देखते हुए किया गया है । क्योंकि ऐसा मानते हैं कि कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) की उत्पत्ति चीन और दक्षिण पूर्व एशिया में वन्यजीव के व्यापार में हुए आदान –प्रदान में हुई थी। चमगादड़ में कोरोना वायरस का सबसे नजदीकी जेनेटिक मैच पाया गया है।
- यह पैनल खाद्य उत्पादन और वितरण, शहरीकरण और बुनियादी ढांचे के निर्माण, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा और व्यापार और जैव विविधता हानि और जलवायु परिवर्तन के लिए अग्रणी गतिविधियों में संभावित संचरण जोखिमों की निगरानी करेगा।
जूनोटिक प्रकोप (Zoonotic Outbreaks)
- जूनोटिक रोग या प्रकोप एक संक्रामक रोग है, जो प्रजातियों के बीच जानवरों से मनुष्यों में या मनुष्यों से जानवरों में फैलता है।
स्रोत – द हिन्दू