पशु महामारी तैयारी पहल (APPI)
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री ने 14 अप्रैल 2023 को पशु महामारी तैयारी पहल (Animal Pandemic Preparedness Initiative: APPI) और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित “वन हेल्थ के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता” (Animal Health System Support for one Health: AHSSOH) का शुभारंभ किया।
पशुधन गणना, 2019 के अनुसार, भारत में दुनिया की सबसे बड़ी राष्ट्रीय पशुधन आबादी (536.76 मिलियन) है। यह पशुधन आबादी लगभग 80 मिलियन किसानों की आय का एक प्रमुख स्रोत है।
पशुजन्य (zoonotic) रोगों से भारत में अनुमानित 40 अरब डॉलर का अप्रत्यक्ष नुकसान होता है ।
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने निम्नलिखित पहलें शुरू की हैं:
पशु महामारी तैयारी पहल (Animal Pandemic Preparedness Initiative: APPI)
- समग्र एकीकृत रोग निरीक्षण और निगरानी प्रणाली की स्थापना की जाएगी। इसे राष्ट्रीय डिजिटल पशुधन मिशन पर निर्मित किया जाएगा।
- रोग प्रतिरूपण (मॉडलिंग) एल्गोरिदम और प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली का निर्माण किया जाएगा ।
- विनियामक प्रणाली को सुदृढ़ किया जाएगा। उदाहरण के लिए, नंदी ऑनलाइन पोर्टल और फील्ड ट्रायल दिशा-निर्देश। प्राथमिकता वाले रोगों के लिए टीका / निदान / उपचार विकसित करने हेतु लक्षित अनुसंधान और विकास।
विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित “वन हेल्थ के लिए पशु स्वास्थ्य प्रणाली सहायता‘ (Animal Health System Support for One Health: AHSSOH)
- AHSSOH का उद्देश्य वन हेल्थ दृष्टिकोण का उपयोग करके एक बेहतर पशु स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली के लिए एक इकोसिस्टम निर्मित करना है।
- इसे एक केंद्रीय क्षेत्रक की योजना के रूप में 5 वर्ष की अवधि के लिए क्रियान्वित किया जाएगा।
- यह शुरू में पांच राज्यों (असम, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक) को कवर करेगी।
AHSSOH परियोजना के उद्देश्यः
- जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं को मजबूत करना,
- दूरदराज के स्थानों और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में सचल पशु चिकित्सा इकाइयां उपलब्ध करवाना, पशु चिकित्सकों के साथ-साथ निजी नैदानिक पेशेवरों को भी प्रशिक्षण देना,
- औषधालयों और अस्पतालों का उन्नयन करना आदि ।
स्रोत – पी.आई.बी.