नौसेना के नए ध्वज प्रतीक (ensign) का अनावरण
हाल ही में भारतीय नौसेना के नए ध्वज प्रतीक (ensign) का अनावरण किया गया है ।
नया ध्वज प्रतीक औपनिवेशिक अतीत से दूर जाने और अपने इतिहास से प्रेरणा लेकर अपनी विरासत पर गर्व करने के राष्ट्रीय प्रयास को दर्शाता है।
नए ध्वज प्रतीक में ब्रिटेन के संरक्षक संत के प्रतीक सेंट जॉर्ज के रेड क्रॉस को हटा दिया गया है।
नए ध्वज प्रतीक के दो मुख्य घटक हैं:
- ऊपर बाईं तरफ भारत का राष्ट्रीय ध्वज है, और फ्लाई साइड (ध्वज दंड से दूर) के केंद्र में एक गहरा नीला-स्वर्ण अष्टकोण है।
- भारतीय नौसेना की ब्लू वाटर क्षमताओं को अष्टकोण के नीले रंग द्वारा दर्शाया गया है। दोहरे अष्टकोणीय बॉर्डर छत्रपति शिवाजी महाराज की मुहर से प्रेरित हैं।
भारत में नौसेना का इतिहास-
- भारत में समुद्री गतिविधियों का सबसे पहला उल्लेख ऋग्वेद से प्राप्त होता है।
- लोथल में गोदीवाडा (डॉकयाड) के अवशेष 2400 ईसा पूर्व के हैं। यह जलयान संबंधी गतिविधियों का दुनिया का पहला केंद्र था।
- नौसैनिक गतिविधियों का उल्लेख नंद, मौर्य, सातवाहन, गुप्त राजवंश आदि के अलावा चोल, चेर, पांड्य, विजयनगर आदि जैसे दक्षिणी साम्राज्यों से जुड़े साक्ष्यों में भी मिलता है।
- बाद में, छत्रपति शिवाजी महाराज ने यूरोपीय नौसैनिक बलों को कड़ी टक्कर देने के लिए एक सक्षम नौसैनिक बेड़ा स्थापित किया था।
स्रोत –द हिन्दू